अगर आप जम्मू-कश्मीर की ताज़ा खबरें पढ़ना चाहते हैं या वहाँ यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो सही जगह पर आए हैं। यहाँ मैं छोटे-छोटे अपडेट और असली उपयोगी सलाह दे रहा हूँ — जिससे आप खबर समझ सकें और फालतू की चीज़ों पर समय न गंवाएं।
लोकल स्थिति तेज़ी से बदल सकती है। सुरक्षा और इंटरनेट सेवाओं पर घोषणाएँ अक्सर आधिकारिक चैनलों से आती हैं — राज्य प्रशासन, पुलिस के आधिकारिक ट्विटर/फेसबुक हैंडिल और IMD के मौसम अलर्ट। मैं सुझाव दूँगा कि किसी भी वायरल वीडियो या संदेश पर तुरंत भरोसा न करें; आधिकारिक नोटिस चेक कर लें।
हमारी साइट पर इस टैग पेज के जरिए जम्मू-कश्मीर से जुड़ी ताज़ा रिपोर्ट और अपडेट नियमित रूप से मिलेंगे। अगर कोई बड़ी घटना होती है, तो हम प्रमुख बिंदुओं में क्या हुआ, किसे प्रभावित किया और आगे क्या होने की संभावना है — सीधे और साफ़ रखेंगें।
यात्रा का प्लान बना रहे हैं? पहले स्थानीय मौसम और सड़क स्थिति देख लीजिए। सर्दियों में श्रीनगर-जम्मू हाईवे बंद हो सकता है; उसी तरह मानसून में लैंडस्लाइड की जाँच जरूरी है।
कुछ सीमावर्ती इलाकों और στρατηγिक क्षेत्रों में प्रवेश के लिए परमिट चाहिए होता है — खासकर लड़ाख़ के कुछ हिस्सों में। यात्रा से पहले संबंधित प्रशासन की वेबसाइट या स्थानीय टूर ऑपरेटर से परमिट की पुष्टि कर लें।
डॉक्यूमेंट्स साथ रखें: पहचान पत्र, मेडिकल किट और अगर ऊँचाई वाले इलाकों में जा रहे हैं तो ऊँचाई से संबंधित दिक्कतों के लिए बेसिक दवाइयाँ। मोबाइल में लोकेशन शेयर रखें और परिवार को बताकर निकलें।
स्थानीय संस्कृति और नियमों का सम्मान करें। धार्मिक/सांस्कृतिक स्थानों पर निर्देशों का पालन करें और परमिशन के बिना फ़ोटो लेने से बचें।
खान-पान और रहने की बात: गर्मी में बागवानी और स्थानीय मसालों का आनंद लें — कश्मीर की पीले-लाल केसर (Pampore) और आम फ़ल हर सीज़न में अच्छे मिलते हैं। भीड़-भाड़ वाले इलाकों में नकदी और डिजिटल पेमेंट दोनों साथ रखें।
अगर आप व्यवसायिक या राजनीतिक खबरें ढूंढ रहे हैं, तो हमारी साइट पर जम्मू-कश्मीर से जुड़ी सरकारी फैसलों, सुरक्षा अपडेट और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव की रिपोर्ट भी मिलेंगी। हर खबर के साथ स्रोत और प्रमुख बातें संक्षेप में देंगें ताकि आप जल्दी निर्णय ले सकें।
अगर आपके पास कोई खास सवाल या रिपोर्ट है जो आप चाहते हैं कि हम कवर करें, तो हमें बताइए। हम कोशिश करेंगे कि जो भी जानकारी दे रहे हैं वह सीधे काम आए और समय बचाए।
Posted By Krishna Prasanth पर 17 जुल॰ 2024 टिप्पणि (18)
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में चार भारतीय सेना के जवान, जिसमें एक अधिकारी भी शामिल हैं, शहीद हो गए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने ली है। यह घटना पिछले 10 दिनों में जम्मू क्षेत्र में सेना पर दूसरा बड़ा हमला है।
और पढ़ेंPosted By Krishna Prasanth पर 9 जुल॰ 2024 टिप्पणि (11)
कठुआ, जम्मू और कश्मीर में 8 जुलाई, 2024 को हुए आतंकी हमले में पाँच सैनिकों के शहीद होने और छह अन्य के घायल होने के बाद रक्षा सचिव गिरीधर अरमाणे ने कड़ी निंदा की है और घोषणा की है कि सरकार इन शहादतों का बदला लेगी। सरकार ने कहा है कि सेना इन आतंकियों का मुकाबला करेगी और उन्हें परास्त करेगी।
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