जब बात आती है उत्तर-पश्चिम भारत, भारत का वह क्षेत्र जो राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब को शामिल करता है, जहाँ राजनीति, कृषि और व्यापार एक साथ टकराते हैं. इसे उत्तरी भारत का अर्थव्यवस्था का दिल भी कहा जाता है, क्योंकि यहीं से देश की बड़ी नीतियाँ बनती हैं और चुनाव जीते जाते हैं। यहाँ के राज्य न सिर्फ राष्ट्रीय राजनीति में भारी वोट बैंक रखते हैं, बल्कि आर्थिक नवाचार और खेल के क्षेत्र में भी अग्रणी हैं।
यहाँ की राजनीति बहुत तेज़ है। राजस्थान, जहाँ किसान आंदोलन और जाति आधारित राजनीति एक साथ चलती है, और यहीं से बिहार चुनाव 2025 का असर भी दिखता है। गुजरात, जो आर्थिक नीतियों का टेस्टबेड है, जहाँ NTPC ग्रीन एनर्जी जैसे बड़े IPO लॉन्च होते हैं और अक्षय ऊर्जा का भविष्य बनाया जा रहा है। हरियाणा, जहाँ रेलवे भर्ती और लोकेयुक्ता रैड जैसे बड़े मामले सामने आते हैं, वहीं आम आदमी की नौकरी की चिंता भी बड़ी है। ये तीनों राज्य एक साथ एक बड़ी नीति का निर्माण करते हैं—जो दिल्ली तक पहुँचती है।
इस क्षेत्र की खबरें बस राजनीति तक सीमित नहीं हैं। यहाँ के किसानों को PM-KISAN का भुगतान मिलता है, जिसका असर गाँवों तक जाता है। यहाँ के खिलाड़ी—जैसे सरफ़राज़ खान या हार्मनप्रीत कौर—फिटनेस और प्रदर्शन के नए मानक बनाते हैं। यहाँ की पिचें, जैसे विशाखापट्टनम या नरेंद्र मोदी स्टेडियम, टीमों के फैसले बदल देती हैं। यहाँ की अर्थव्यवस्था में IPO और शेयर बाजार के बड़े फैसले भी लिए जाते हैं।
अगर आप उत्तर-पश्चिम भारत की वो खबरें ढूंढ रहे हैं जो सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि जीवन के हर पहलू को छूती हैं—तो आप सही जगह पर हैं। यहाँ आपको उसी क्षेत्र से जुड़ी वो सभी खबरें मिलेंगी जिन्होंने देश के भविष्य को आकार दिया है।
Posted By Krishna Prasanth पर 6 दिस॰ 2025 टिप्पणि (10)
IMD ने दिसंबर 2025 में उत्तर-पश्चिम, केंद्रीय और उत्तर-पूर्व भारत में असामान्य ठंडी लहरों की भविष्यवाणी की है, जिससे स्वास्थ्य, परिवहन और ऊर्जा पर असर पड़ने की आशंका है।
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