डूबना — बचाव और प्राथमिक उपचार

डूबना अचानक होता है और अक्सर चिल्लाने या हाथ-पैर मारने जैसा दिखता ही नहीं। कई बार लोग समझते हैं कि कोई मज़े कर रहा है, जबकि वह मदद के लिए जूझ रहा होता है। इसलिए पहचानना और तुरंत सही कदम उठाना जरूरी है।

डूबने के संकेत और कारण

डूबते व्यक्ति के सामान्य संकेत: गला पानी में या पानी के करीब उठता रहना, चेहरे पर घबराहट, बोलने या चिल्लाने में असमर्थता, सिर की दिशा नीचे और आँखें खुली लेकिन फोकस न होना। तेज़ तरंगें या पानी में बहुत शोर हमेशा खतरे का संकेत नहीं होता — अक्सर साइलेंट स्ट्रगल होता है।

मुख्य कारण: तैराकी न आना, बच्चों की निगरानी की कमी, अल्कोहल या ड्रग्स, कमजोर मौसम और तेज धाराएँ (rip currents)। नाव यात्रा पर जीवन जैकेट न पहनना भी बड़ा कारण है।

फौरन क्या करें — सरल और सुरक्षित कदम

1) शोर लगाएं और मदद बुलाएं: "हेल्प!" चिल्लाएं और पास वालों को तुरंत सूचित करें। 112 पर भी कॉल करें।

2) खुद जोखिम न लें: अगर आप स्वामी तैराक नहीं हैं या पानी खतरनाक है, तो सीधे कूदने की बजाय पहुंचाने या फेंकने की कोशिश करें।

3) पहुंचाने/फेंकने के तरीके: किनारे से लम्बी छड़ी, कपड़े, रिंग लाइफबुयॉय, रस्सी या किसी फ्लोटिंग ऑब्जेक्ट का इस्तेमाल करें। नाव या पैडलबोर्ड का सहारा लें।

4) पानी से निकालना: यदि सुरक्षित तरीके से निकाल पा रहे हैं तो सिर पहले रखें और गर्दन-पीठ को सपोर्ट करें—सिर और गर्दन की चोट का शक हो तो अधिक सावधानी रखें।

5) सांस और प्रतिक्रिया जाँचें: पानी से निकालने के बाद देखें कि व्यक्ति सांस ले रहा है या नहीं। यदि सांस नहीं है, तुरंत CPR शुरू करें। अगर सांस है तो उसे आरामदायक पोजीशन (बाएं करवट/रिस्कवरी पोजिशन) में रखें और कपड़े हटाकर गर्म रखें।

6) CPR के सरल निर्देश (अनप्रशिक्षित व्यक्ति के लिए): अगर आप ट्रेनिंग नहीं हैं, तो सिर्फ हाथों से सीधा CPR (हैंड्स-ओनली) करें—छाती पर 100–120 कम्प्रेशन्स प्रति मिनट, गहराई लगभग 5–6 सेमी। अगर आप प्रशिक्षित हैं तो 30 कम्प्रेशन्स के बाद 2 बचाव साँसें दें।

7) अस्पताल ले जाएँ: पानी निगलने के बाद भी फेफड़ों में पानी से संबंधित समस्याएँ बाद में हो सकती हैं। इसलिए मेडिकल जांच ज़रूरी है।

रोकथाम सबसे असरदार है: बच्चों पर लगातार नजर रखें, स्विमिंग सिखें, तटों पर बनी चेतावनियाँ पढ़ें, तेज धाराओं में न तैरें और नाव में हमेशा जीवन जैकेट पहनें। परिवार में कम-से-कम एक व्यक्ति को बेसिक CPR सिखवा लें—यह किसी की जान बचा सकता है।

अगर आप किसी सार्वजनिक तट, पुल या तालाब के पास हैं, तो ध्यान रखें कि छोटा-सा भी लापरवाही खतरनाक हो सकती है। सतर्क रहें, जल्दी मदद बुलाएं और जानें कि कब दौड़कर पहुँचने की ज़रूरत है और कब सुरक्षित उपकरण से मदद करनी चाहिए।

लोनावला के भूशी डैम के पास झरने में गुलाम पर्यटक: डूबने का खतरा बढ़ा

Posted By Krishna Prasanth    पर 1 जुल॰ 2024    टिप्पणि (0)

लोनावला के भूशी डैम के पास झरने में गुलाम पर्यटक: डूबने का खतरा बढ़ा

लोनावला के प्रसिद्ध भूशी डैम के पास झरने में पानी के बहाव में चार-पांच पर्यटकों के बह जाने का ख़तरा है। रविवार दोपहर, भारी बारिश के कारण यह घटना घटी। पुलिस और स्थानीय स्वयंसेवक लापता पर्यटकों की तलाश में जुटे हुए हैं। बारिश के कारण पानी का स्तर बढ़ गया है और डैम ओवरफ्लो हो गया है।

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