के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay    पर 1 जुल॰ 2024    टिप्पणि (0)

लोनावला के भूशी डैम के पास झरने में गुलाम पर्यटक: डूबने का खतरा बढ़ा

लोनावला की ख़तरनाक बारिश: झरने में डूबे पर्यटक

रविवार की दोपहर, महाराष्ट्र के प्रसिद्ध हिल स्टेशन लोनावला के भूशी डैम के पास के झरने में चार-पांच पर्यटकों के बह जाने की आशंका जाहिर की गई है। स्थानीय पुलिस और स्वयंसेवक घटना स्थल पर पहुंचकर लापता पर्यटकों की तलाश में लगे हुए हैं। घटना दोपहर 12:30 बजे से 1 बजे के बीच घटी। चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण डैम ओवरफ्लो हो गया, जिससे झरनों का जलस्तर बढ़ गया और हादसा हुआ।

घटना की विस्तृत जानकारी

भूशी डैम के पीछे रेलवे के विश्राम गृह के निकट स्थित इस झरने पर हर साल मानसून के मौसम में हजारों पर्यटक आकर्षित होते हैं। लेकिन रविवार की घटना ने उस खतरे को उजागर कर दिया जो वहां हमेशा मंडराता रहता है। पुलिस की कई दलों के साथ स्थानीय ट्रेकर्स भी तलाशी अभियान में जुटे हैं, जो इलाके की भौगोलिक स्थिति से भलीभांति परिचित हैं।लापता छात्रों के नामों की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है, लेकिन परिवार वालों को इस घटना की सूचना दे दी गई है।

खतरनाक स्थिति

लोनावला स्थित भूशी डैम और उसके आसपास का इलाका बारिश में और भी खतरनाक हो जाता है। भूशी डैम के पानी का तेज़ बहाव अक्सर पर्यटकों को अपनी चपेट में ले लेता है। खासकर, जब लगातार हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़े और बहाव तेज़ हो जाए। भले ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस बात के लिए चेतावनी जारी करते हैं, लेकिन पर्यटक अक्सर इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं।

पिछले कुछ वर्षों में भी ऐसे ही कई हादसे हुए हैं, जिनमें कई पर्यटकों की जान जा चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, क्षेत्र में चेतावनी और प्रतिबंध लागू करने के बावजूद, कई लोग अपनी जान जोखिम में डालते हैं।

लोनावला में पर्यटन की स्थिति

हर साल, मानसून के मौसम में लोनावला में भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। जहां एक ओर, यह घाटी और इसके झरने अपनी सुंदरता और ठंडी फिज़ाओं के लिए प्रसिद्ध हैं, वहीं दूसरी ओर, यह इलाका अपने खतरनाक भूगोलिक स्थिति के कारण भी जाना जाता है। अधिकतर पर्यटक दूर-दूर से आते हैं और उन्होंने इलाके की वास्तविक स्थिति और खतरों की कल्पना नहीं की होती।

मानसून सीज़न में लोनावला की यात्रा करने वाले पर्यटकों को प्रशासन की ओर से बार-बार चेतावनी दी जाती है कि वे खतरे के इलाकों में न जाएं, लेकिन फिर भी कई पर्यटक इसको नजरअंदाज कर देते हैं। इस बार की घटना भी इसी लापरवाही का नतीजा है। प्रशासन ने पुनः सभी पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे सतर्क रहें और अनुमोदित क्षेत्रों में ही यात्रा करें।

पर्यटन और सुरक्षा

लोनावला का भूशी डैम पर्यटकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय है, खासकर मानसून में। यहां की ठंडी और धुंध भरी हवाएं, लगातार होती बूंदें और बहते झरने पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होते हैं। लेकिन इन प्राकृतिक सुंदरताओं के साथ-साथ इसमें छिपे खतरों से भी अवगत होना जरूरी है।

ऐसे गंभीर हादसों को रोकने के लिए अब जरूरत है कि प्रशासन और अधिक सख्त कदम उठाए और चेतावनी व निर्देशों का पालन सुनिश्चित करे। साथ ही, पर्यटकों को भी चाहिए कि वे अपने और अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए, खतरनाक और निषिद्ध क्षेत्रों में न जाएं।

अंततः, इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रकृति की सुंदरताएं जितनी मंत्रमुग्ध करती हैं, उतनी ही खतरनाक भी हो सकती हैं। हर पर्यटक को चाहिए कि वह अपनी यात्रा के दौरान एहतियात बरते और प्रशासन के निर्देशों का पालन करे।

हम आशा करते हैं कि गायब हुए पर्यटक जल्द ही सुरक्षित मिल जाएं और प्रशासन आवश्यक कदम उठाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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