बबर आज़म: राजनीति, खेल और अर्थव्यवस्था का बहु‑मुखी दृष्टिकोण
जब बबर आज़म, भारत के सार्वजनिक जीवन में सक्रिय एक विचारक और टिप्पणीकार, भी कहा जाए तो वह कई क्षेत्रों में आवाज़ उठाते हैं। उन्हें क्रिकेट, देश के प्रमुख खेल में होने वाले बदलावों की गहरी समझ से लेकर राजनीति, स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर नीतियों के निर्माण में भूमिका तक, विस्तृत जटिलताओं को समझाते देखा गया है। साथ ही आर्थिक सुधार, भारत के विकास को तेज करने वाले नीतियों और योजनाओं पर उनका विश्लेषण और प्रौद्योगिकी, डिजिटल उपकरणों और नवाचारों के प्रभाव पर उनका विचार भी अक्सर चर्चा में आता है। इन चार मुख्य क्षेत्रों की आपस में जुड़ी प्रकृति बबर आज़म को एक बहु‑आयामी लेखक बनाती है, जो प्रत्येक विषय को अलग‑अलग दृष्टिकोण से उजागर करता है।
बबर आज़म की लेखनी अक्सर "क्रिकेट" के मैदान से शुरू होती है, जहाँ वह ऑस्ट्रेलिया‑न्यूज़ीलैंड जैसी बड़ी लड़ाइयों को केवल खेल नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक संकेतक मानते हैं। इसी तरह, "राजनीति" के मोर्चे पर उनकी राय सरकार की नीतियों, जैसे टैक्स ऑडिट डेडलाइन या फैसलों पर क्विक‑टिप्पणियों में मिलती है—जैसे CBDT का नया फैसला या तेजस्वी यादव की वोटर आईडी विवाद। "आर्थिक सुधार" के बारे में बात करें तो वह मनमोहन सिंह के उदारीकरण या RBI की ब्याज दर कटौती को भारत के विकास की धुरी मानते हैं, और साथ ही निजी क्षेत्र की नवाचारों जैसे Xiaomi का डुअल डिस्प्ले या GK Energy के IPO को ऊर्जा क्षेत्र में नई उम्मीद के रूप में देखते हैं। "प्रौद्योगिकी" के क्षेत्र में उनका रुख AI‑ट्रेंड, Nano Banana साड़ी या Microsoft की छंटनी से जुड़ी खबरों को परखते हुए, डिजिटल बदलाव के सामाजिक प्रभाव को उजागर करता है। इस तरह, बबर आज़म ने तीन‑चार प्रमुख विषयों को एक ही कथा में मिलाकर पाठकों को व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान किया है।
क्या आप बबर आज़म के विश्लेषण से सीखेंगे?
नीचे की सूची में आप पाएँगे उन लेखों का संग्रह जो बबर आज़म के विभिन्न पहलुओं को कवर करते हैं—क्रिकेट के मुकाबले, राजनीतिक घटनाएँ, आर्थिक नीतियों की गहरी पड़ताल और तकनीकी नवाचारों की समझ। चाहे आप खेल प्रेमी हों, राजनीति में रुचि रखते हों, आर्थिक दिशा‑निर्देशों को समझना चाहते हों या डिजिटल दुनिया में कदम रखना चाहते हों, इस पेज पर आपको उनका संतुलित दृष्टिकोण मिलेगा। इन लेखों को पढ़ते हुए आप न केवल बबर आज़म की सोच को समझेंगे, बल्कि वर्तमान स्थिति में उनके विचारों की प्रासंगिकता भी देखेंगे। अब आगे बढ़ते हैं, जहाँ प्रत्येक लेख आपको इस बहुआयामी दृष्टिकोण की एक नई झलक देगा।
बबर आज़म को एशिया कप में जोड़ना नाकाम, कोच हेसन का विकेटकीपर प्रस्ताव
Posted By Krishna Prasanth पर 29 सित॰ 2025 टिप्पणि (1)

एशिया कप 2025 के फाइनल में बबर आज़म को जोड़ने की PCB की कोशिश अस्वीकृत, कोच माइक हेसन के विकेटकीपर प्रस्ताव पर चर्चा. दुबई में भारत की जीत ने मुद्दे को और तीखा बना दिया.
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