अपोलो अस्पताल — सेवाएं, अपॉइंटमेंट और मरीजों के लिए गाइड

क्या आप अपोलो अस्पताल में इलाज या कंसल्टेशन के बारे में सोच रहे हैं? यहाँ सीधे, काम के उपयोगी सुझाव मिलेंगे — कैसे अपॉइंटमेंट लें, भर्ती के वक्त क्या साथ लाएं, और टेलीमेडिसिन का उपयोग कैसे करें।

कैसे अपॉइंटमेंट बुक करें

ऑनलाइन बुकिंग सबसे तेज़ तरीका है। अपोलो के आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर डॉक्टर सर्च कर के सुबह-शाम के स्लॉट देख सकते हैं। फोन कॉल से भी समय मिल जाता है — कन्फर्मेशन SMS/ईमेल आने पर समय नोट कर लें। ओपीडी पर जाने से पहले अपनी प्री-रजिस्ट्रेशन व रिपोर्ट्स की कॉपी अपलोड करें, इससे कतार कम लगेगी।

टेलीमेडिसिन चाहिए तो वीडियो कंसल्टेशन चुनें। घर से ही रिपोर्ट शेयर कर सकते हैं और रिफिल रेसिप्ट भी मिल जाती है। कुछ मामलों में टेलीकन्सल्ट मुफ्त या कम फीस में मिल जाती है — कन्फर्म कर लें।

अस्पताल में भर्ती और विजिट के टिप्स

अगर भर्ती की जरूरत पड़े तो अडमिशन काउंटर पर बीमा और पहचान पत्र साथ रखें। पिछले मेडिकल रिकॉर्ड, दवाइयों की लिस्ट और एलर्जी की जानकारी साथ रखें — ये डॉक्टर के निर्णय में मदद करेगी। साथ में परिजन के संपर्क नंबर और प्राथमिक डॉक्टर का नाम लिख कर रखें।

ICU या सर्जरी के दौरान खर्च और प्रक्रिया पहले से पूछ लें। अस्पताल में पेमेंट प्लान, कैशलेस क्लेम और अनुमानित बिल के बारे में पूछना जरूरी है। छुट्टे समय में मरीज के साथ रहने वाले व्यक्ति के लिए नियम पूछ लें — हर अस्पताल में विज़िटर टाइम अलग होता है।

डॉक्टर से मिलने के दौरान सीधे सवाल पूछें: इलाज के विकल्प क्या हैं, साइड-इफेक्ट्स क्या हो सकते हैं, रिकवरी कितने समय लेगी और फॉलो-अप कब चाहिए। नोट्स लें या मोबाइल में रिकॉर्ड करके रखें ताकि बाद में भूल न हो।

अगर आपको इलाज या व्यवहार में कोई समस्या लगे तो मरीज काउंसलिंग डेस्क से बात करें। फीडबैक दे कर अनुभव साझा करने से अस्पताल की सुविधाएं बेहतर होती हैं।

अपोलो अस्पताल के कई केंद्रों में स्पेशलिटी क्लीनिक्स, सिंक्रोनाइज्ड डायग्नोस्टिक्स और इमरजेंसी सेवाएँ उपलब्ध होती हैं। लेकिन इलाज शुरू करने से पहले स्थानीय सेंटर की सेवाएँ और विशेषज्ञता चेक कर लें — हर ब्रांच में हर सर्विस नहीं हो सकती।

अंत में, अगर आप लागत बचाना चाहते हैं तो प्री-ऑपरेशन कोस्ट एस्टिमेट लें और अपनी बीमा पॉलिसी के कवरेज की कॉपी साथ रखें। दूसरी राय लेने में हिचकिचाएं नहीं — बड़ी सर्जरी या लंबी इलाज योजना से पहले सेकंड ओपिनियन मददगार रहता है।

ये टिप्स आपको अपोलो अस्पताल में कदम रखने से लेकर डिस्चार्ज तक मदद करेंगे। किसी खास सेवा या शहर के अपोलो सेंटर की जानकारी चाहिए तो बताइए — मैं मदद कर दूंगा।

लाल कृष्ण आडवाणी को नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिली, भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण अध्याय

Posted By Krishna Prasanth    पर 5 जुल॰ 2024    टिप्पणि (0)

लाल कृष्ण आडवाणी को नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिली, भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण अध्याय

भाजपा के वरिष्ठ नेता और भारत रत्न लाल कृष्ण आडवाणी को 4 जुलाई 2024 को नई दिल्ली के अपोलो अस्पताल से छुट्टी मिली। वे बुधवार शाम अस्पताल में भर्ती हुए थे। 96 वर्षीय आडवाणी का राजनीतिक करियर लगभग तीन दशकों का है और वे भाजपा के उदय में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं।

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