के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 18 अग॰ 2024 टिप्पणि (0)
कांग्रेस हाई कमान का सिद्धारमैया के समर्थन में बड़ा कदम
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को लेकर कांग्रेस हाई कमान ने अपना समर्थन जताया है। इससे पहले राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने कथित मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) वैकल्पिक साइट घोटाले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी। प्रदेश के अंदरूनी विवादों के बावजूद, केंद्रीय नेतृत्व ने सिद्धारमैया के समर्थन में खड़ा होना तय किया है, यह सोचते हुए कि इस समय उनके जैसे लोकप्रीय पिछड़े वर्ग के नेता को बदला नहीं जा सकता।
सिद्धारमैया पर लगे आरोप और कांग्रेस की रणनीति
गवर्नर का कार्रवाई का फैसला राज्य इकाई में विवाद और गहरा कर दिया है। कांग्रेस का मानना है कि सिद्धारमैया का समर्थन करने से उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों को राजनीतिक रूप से बेअसर किया जा सकता है। पार्टी ने इसे गरीबों और पिछड़े वर्गों के खिलाफ षड्यंत्र माना है और अपनी राजनीतिक पिच को मजबूत करने के लिए OBC कार्ड खेल रही है।
राजनीतिक परिस्थितियाँ और पार्टी की योजना
सिद्धारमैया सरकार ने अभी एक साल पूरा किया है, और उन्हें बदलने की संभावना को नेतृत्व ने नकारा है, विशेषकर आगामी विधानसभा चुनावों के चलते। पार्टी बड़े ही सतर्कता से इस मुद्दे का सामना कर रही है और सिद्धारमैया का बचाव कर रही है, जो कि कुरुबा समुदाय से आते हैं, जो राज्य की सबसे बड़ी OBC समूहों में से एक है।
कांग्रेस का कानूनी संघर्ष
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले को लेकर बयान दिया कि राज्यपाल की कार्रवाई गरीबों, पिछड़ों, SC/ST और हाशिये पर पड़े वर्गों के खिलाफ साजिश है। पार्टी ने राज्यपाल के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देने की घोषणा की है। इसके लिए कर्नाटक सरकार ने मंत्रिमंडल की विशेष बैठक बुलाई है जिसमें कानूनी रणनीति और अगले कदमों पर चर्चा की जाएगी।
राजनीतिक समीकरण और आगामी चुनाव को देखते हुए, कांग्रेस किसी भी तरह का जोखिम लेने के मूड में नहीं है। पार्टी सिद्धारमैया को हटाकर संभावित राजनीतिक हानि से बचने के लिए तत्पर है।
कांग्रेस का गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए रणनीति
कांग्रेस हाई कमान ने यह साफ कर दिया है कि सिद्धारमैया के खिलाफ यह मामला एक पिछड़े वर्ग के मुख्यमंत्री को टारगेट करने के लिए उठाया गया है। पार्टी ने इस मुद्दे को लेकर अब राजनीतिक पिच को और भी मजबूत करने के प्रयास किए हैं। इसके तहत राज्य के गरीब और पिछड़े वर्गों के लिए नई योजनाएं भी शुरू की जा सकती हैं, जिससे जनता का समर्थन कांग्रेस की तरफ बना रहे।
इस परिस्थिति में कांग्रेस की रणनीति सीधे तौर पर OBC समुदाय को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है। यह रणनीति आगामी विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का बचाव
सिद्धारमैया का समर्थन करना पार्टी के सामने कई सवाल उठाता है, लेकिन कांग्रेस हाई कमान ने स्पष्ट किया है कि वे मुख्यमंत्री के पक्ष में खड़े रहेंगे। इस निर्णय के पीछे की मुख्य वजह सिद्धारमैया की OBC समुदाय में मजबूत पकड़ है।
पार्टी ने अपने आपसी विवाद को भुलाकर एकजुट होकर मुख्यमंत्री का समर्थन करने का निर्णय लिया है। यह फैसला जनता में पार्टी की छवि को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है।
कुल मिलाकर, कांग्रेस ने एक स्पष्ट रणनीति बनाई है और सिद्धारमैया के समर्थन में पूरी ताकत लगा दी है। आगे आने वाले दिनों में पार्टी इस मुद्दे पर कैसे आगे बढ़ती है, यह देखने वाली बात होगी।