के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 5 अग॰ 2024 टिप्पणि (0)
पूर्व इंग्लैंड के महान बल्लेबाज ग्राहम थॉर्प का निधन
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने पुष्टि की है कि इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ग्राहम थॉर्प का 55 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। थॉर्प, जिन्होंने अपने करियर में 100 टेस्ट मैच खेले थे, को उनके जमाने के सबसे उत्कृष्ट बल्लेबाजों में से एक माना जाता है।
ग्राहम थॉर्प ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के साथ 17 वर्षों तक अपने काउंटी के साइड सरे के साथ खेला था। उनकी शुरुआत 1993 में हुई थी, जब उन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में ही एशेज श्रृंखला के दौरान शतक लगाया था। उन्होंने 12 साल के अंतराल में 100 टेस्ट कैप्स हासिल किए, जो उस समय की टीम चयन नीति के परीक्षणों के बावजूद एक बड़ी उपलब्धि थी।
1990 के दशक में इंग्लैंड क्रिकेट का समय मुश्किलों से भरा था, लेकिन ग्राहम थॉर्प ने अपने शालीनता और गुणवत्ता से विशिष्टता हासिल की। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 45.74 का औसत था, जो उनके करियर के औसत 44.66 से अधिक था, जो उनकी प्रतिस्पर्धा क्षमता को दर्शाता है।
मैदान के बाहर, थॉर्प ने कई व्यक्तिगत संघर्षों का सामना किया। उन्होने अवसाद, तलाक, और शराब जैसी समस्याओं से जूझा, जिसके कारण वह 2002 के सर्दियों में खेल से दूर हो गए। थॉर्प ने अपनी आत्मकथा "राइजिंग फ्रॉम द एशेज" में लिखा, "ऐसा समय आया जब मैंने अपनी सभी टेस्ट रन और टेस्ट कैप्स खुशी के लिए त्यागने का विचार किया।"
थॉर्प ने इंग्लैंड की टीम में वापसी की और अपने घरेलू मैदान ओवल में एक भावनात्मक शतक लगाया। बाद में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कोचिंग सेट-अप में भी एक प्रमुख भूमिका निभाई। थॉर्प अपनी पत्नी अमांडा और चार बच्चे, हेनरी, अमेलिया, किटी, और एम्मा को छोड़ गए हैं।
जीवन और करियर
ग्राहम थॉर्प का जन्म 1 अगस्त, 1969 को फर्नहम में हुआ था, जो ओवल से महज एक घंटे की दूरी पर स्थित है। उन्होंने अपनी क्रिकेटिंग क्षमता को पहले ही साबित कर दिया था और कम उम्र में ही Wrecclesham के अंडर-17 में शामिल हो गए थे।
लेकिन, पारिवारिक जीवन की मांग एवं पहले पत्नी निकी से असफल विवाह के कारण उन्होंने 2002 में एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों से संन्यास ले लिया। इसके बावजूद, उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आखिरी टेस्ट में वापसी की और ओवल में 124 रनों की शानदार पारी खेली।
थॉर्प का अंतिम करियर इंग्लैंड की फेमस 2005 एशेज श्रृंखला तक नहीं चला। उन्हें इस श्रृंखला के लिए इयान बेल और केविन पीटरसन के पक्ष में छोड़ दिया गया और बाद में उन्होंने संन्यास ले लिया।
उन्हें सिर्फ आठवां इंग्लिश खिलाड़ी बनने का गौरव मिला जिसने 100 टेस्ट कै्प्स हासिल किए और यह उनके करियर की एक महान उपलब्धि थी। उन्होंने खेल से संन्यास के बाद न्यू साउथ वेल्स में कोचिंग के साथ स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर जैसे खिलाड़ियों को तैयार किया।
कोचिंग और अंतिम दिनों की कहानियां
ग्राहम थॉर्प ने 2010 से 2022 तक इंग्लैंड के साथ काम किया और टीम की कोचिंग का हिस्सा बने। उनका अंतिम कोचिंग कार्य ऑस्ट्रेलिया में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में हुआ, जब क्रिस सिल्वरवुड कोरोना वायरस से प्रभावित हो गए। थॉर्प ने टीम को हार से बचाते हुए एक ड्रॉ हासिल किया और सफेदवाश से दूर कर दिया।
उनका आखिरी काम टीम के साथ एक विडियो रिकॉर्डिंग था जो मीडिया में लीक हो गया, उस वाकये में पुलिस ने हस्तक्षेप किया था। यह घटना दर्शाती है कि ग्राहम थॉर्प न केवल महान बल्लेबाज थे, बल्कि मानवीय गुणों से भरे हुए खिलाड़ी भी थे।