के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 28 दिस॰ 2024 टिप्पणि (0)
नितीश कुमार रेड्डी का शतक: भारत को मिली राहत
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर दर्शकों ने 83,073 की भीड़ में नितीश कुमार रेड्डी की पहली टेस्ट सेंचुरी का उत्सव मनाया। 21 वर्षीय इस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को संकट की घड़ी में महफूज किया। उनका नाबाद 105 रनों का शानदार प्रदर्शन उनके बेहतरीन क्रिकेट कौशल और दृढ़ मानसिकता को दर्शाता है। चौथे टेस्ट के तीसरे दिन, युवा भारतीय क्रिकेटर ने अपनी बैटिंग से अनुभव और संयम का प्रदर्शन किया, जो उन्हें भविष्य में भारतीय टीम का अहम हिस्सा बना सकता है।
रेड्डी के इस शानदार पारी में उनकी वॉशिंगटन सुंदर के साथ बनाई गई 127 रन की साझेदारी की बड़ी भूमिका थी। इस जोड़ी ने सुनिश्चित किया कि भारत फॉलो-ऑन से बच सके, जो कि टीम के लिए मनोबल बढ़ाने वाला साबित हुआ। सुंदर ने रेड्डी की तारीफ करते हुए कहा, 'उनका मानसिक संतुलन बहुत मजबूत है।' रेड्डी की इस पारी पर दर्शक उनके लिए खड़े होकर तालियाँ बजा रहे थे।
भारत का स्कोर और ऑस्ट्रेलिया की चुनौती
हालाँकि इंडियन टीम अब भी टकराव में है, उन्हें अभी भी मुकाबले से उबरने के लिए एक बड़ा लक्ष्य हासिल करना है। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में 474 रन का पहाड़ जैसा स्कोर था, जिसके जवाब में भारत ने तीसरे दिन का खेल 358/9 के स्कोर पर खत्म किया। रेड्डी और मोहम्मद सिराज इस समय क्रीज पर हैं, जब भारतीय टीम को अब भी 116 रनों का अंतर कम करना है।
मेलबर्न का सपाट मैदान गेंदबाजों के लिए चुनौती बना हुआ है, फिर भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने कुछ सधे अटैक के जरिए विकेट निकालने की कोशिश की। नाथन लायन और स्कॉट बोलैंड ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे सफल गेंदबाजी की। लायन ने वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा को पवेलियन की राह दिखाई जबकि बोलैंड ने ऋषभ पंत और आकाश दीप को आउट किया। हालाँकि, ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क भी कुछ समय के लिए कमर के चोटिल नजर आए, लेकिन टीम के लिए आखिरी सत्र में गेंदबाजी करने लौटे।
क्रिकेट जगत की निगाहें नितीश पर
रेड्डी की शानदार पारी ने भारतीय दिग्गजों का ध्यान खींचा। सचिन तेंदुलकर ने नितीश की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने पहले टेस्ट से ही उन्हें प्रभावित किया। रेड्डी की सुरक्षा और संयम को देखते हुए तेंदुलकर का कहना था कि वे टेस्ट क्रिकेट में भविष्य के चमकते सितारा हो सकते हैं। नितीश अब तेंदुलकर और ऋषभ पंत के बाद ऑस्ट्रेलिया में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।
इस तरह की पारी निश्चित रूप से क्रिकेट की दिशा को मजबूत करती है और स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रेमियों को जश्न में शामिल करती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में नितीश कैसे और बेहतर करते हैं और क्या भारतीय टीम इस युवा ऑलराउंडर के नेतृत्व में मैच में वापसी कर सकेगी।
शानदार शतक के बाद आगे की रणनीति
अगर भारतीय टीम को कभी-कभी खेल के ऐसी परिस्थितियों से उबरना है, तो उनके सामने रेड्डी जैसा अनुशासन और धैर्य भरा प्रदर्शन एक प्रेरणा स्रोत है। खासकर इस प्रकार के प्रदर्शन से न सिर्फ खिलाड़ी बल्कि पूरी टीम का मनोबल बढ़ता है।
भारतीय टीम के लिए अगली पारे की रणनीति का आधार रेड्डी और सिराज की बैटिंग होगी और इस आधार पर वे मैच में अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं। उन्हें इस सेंचुरी से आत्मविश्वास मिला होगा और वे इसे बाकी सफलताओं में बदलने की कोशिश करेंगे। भारतीय टीम का रवैया अब से आक्रामक और धैर्यपूर्ण होना चाहिए, जिससे उन्हें टेस्ट मैच में बढ़त मिल सके।
कुल मिलाकर, इस शानदार पारी ने क्रिकेट प्रशंसकों के बीच एक नई उम्मीद और जोश पैदा किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि रेड्डी का यह प्रदर्शन अगले मैचों में उनके करियर पर क्या प्रभाव डालता है और भविष्य में वे कैसे इस मौके का भरपूर लाभ उठाते हैं।