के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 21 मई 2024 टिप्पणि (0)
मुंबई में लोकसभा चुनाव के कारण शेयर बाजार बंद
लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण में मुंबई में मतदान के कारण सोमवार, 20 मई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) बंद रहेंगे। इक्विटी डेरिवेटिव, इक्विटी, SLB, करेंसी डेरिवेटिव्स और ब्याज दर डेरिवेटिव्स सेगमेंट में ट्रेडिंग पूरे दिन के लिए निलंबित रहेगी। हालांकि, कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा और शाम 5 बजे से रात 11.55 बजे तक शाम के सत्र के लिए फिर से खुलेगा।
21 मई को दोनों एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग फिर से शुरू होने की उम्मीद है। 18 मई को पिछले ट्रेडिंग सत्र में सेंसेक्स और निफ्टी 0.1 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए थे। अगली बार बाजार 17 जून को बकरीद, 17 जुलाई को मोहर्रम और 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बंद रहेंगे।
चुनाव सीजन में निवेशकों का सतर्क रुख
विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले सप्ताह की छुट्टियों वाले सप्ताह में तिमाही परिणामों की अंतिम खेप, वैश्विक रुझान और विदेशी निवेशकों की ट्रेडिंग गतिविधि इक्विटी बाजार की चाल तय करेंगे। चुनाव के मौसम में निवेशकों के सतर्क रवैये के कारण अस्थिरता बनी रह सकती है।
इस सप्ताह ONGC, SAIL, BHEL, JK टायर, One97 कम्युनिकेशंस, पावर ग्रिड, इंटरग्लोब एविएशन, ITC और NTPC जैसी कंपनियां अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली हैं। इसके अलावा, सोमवार को अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण से भी बाजार की धारणा प्रभावित होने की उम्मीद है।
कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट शाम के सत्र के लिए खुलेगा
हालांकि एनएसई और बीएसई पर इक्विटी ट्रेडिंग पूरे दिन बंद रहेगी, लेकिन कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट शाम के सत्र के लिए खुलेगा। यह सेगमेंट सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेगा और शाम 5 बजे से रात 11.55 बजे तक फिर से खुलेगा।
कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट में कमोडिटी पर आधारित वायदा अनुबंधों का कारोबार होता है। इसमें कृषि वस्तुएं, धातुएं और ऊर्जा जैसी विभिन्न कमोडिटीज शामिल होती हैं। इस सेगमेंट में शाम के सत्र के दौरान निवेशक और ट्रेडर्स कमोडिटी अनुबंधों में ट्रेड कर सकेंगे।
बाजार की दिशा तय करने वाले अन्य कारक
चुनाव और वैश्विक रुझानों के अलावा, बाजार की दिशा तय करने में कई अन्य कारक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इनमें से कुछ हैं:
- कंपनियों के वित्तीय परिणाम: इस सप्ताह कई बड़ी कंपनियां अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली हैं। इन नतीजों से बाजार की धारणा प्रभावित हो सकती है।
- आर्थिक डेटा: विभिन्न आर्थिक संकेतकों से जुड़े आंकड़े भी बाजार पर असर डाल सकते हैं। इनमें मुद्रास्फीति, औद्योगिक उत्पादन, GDP वृद्धि दर आदि शामिल हैं।
- रुपये का मूल्य: डॉलर के मुकाबले रुपये के मूल्य में उतार-चढ़ाव भी शेयर बाजार को प्रभावित कर सकता है। रुपये में गिरावट से बाजार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- कच्चे तेल की कीमतें: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का भी शेयर बाजार पर असर देखा जाता है। तेल की बढ़ती कीमतें अर्थव्यवस्था और कंपनियों के मुनाफे पर दबाव डाल सकती हैं।
इन सभी कारकों का मिलाजुला असर बाजार की दिशा तय करेगा। निवेशकों को इन पहलुओं पर नजर रखते हुए बाजार में किसी भी तरह के उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। साथ ही, चुनावी माहौल को देखते हुए अतिरिक्त सावधानी बरतने की भी जरूरत है।
निष्कर्ष
लोकसभा चुनाव के कारण सोमवार को एनएसई और बीएसई बंद रहेंगे। हालांकि कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट शाम के सत्र के लिए खुलेगा। आगामी दिनों में चुनाव, वैश्विक रुझान, कंपनियों के नतीजे और अन्य आर्थिक कारक बाजार की चाल तय करेंगे। निवेशकों को बाजार में किसी भी प्रकार की अस्थिरता के लिए तैयार रहना चाहिए और अपने निवेश संबंधी निर्णय सावधानी से लेने चाहिए।