के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 8 जुल॰ 2024 टिप्पणि (0)
सोमवार को मुंबई में भारी बारिश के कारण हवाई अड्डे के संचालन पर गहरा प्रभाव पड़ा। हवाई अड्डे के रनवे संचालन को सुबह 2:22 बजे से लेकर 3:40 बजे तक निलंबित रहना पड़ा क्योंकि दृश्यता बहुत कम हो गई थी। इस कारण 27 उड़ानों को निकटवर्ती हवाई अड्डों जैसे अहमदाबाद, हैदराबाद और इंदौर की ओर मोड़ना पड़ा। इसके साथ ही, 51 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिनमें 42 इंडिगो की उड़ानें, छह एयर इंडिया की उड़ानें, दो अलायंस एयर की उड़ानें और एक कतर एयरवेज की उड़ान शामिल थीं।
मुंबई हवाई अड्डे पर रोजाना 870 निर्धारित उड़ानें संचालित होती हैं। बारिश के कारण हवाई अड्डे ने कुल 306 उड़ानें विलंबित देखी। इस अप्रत्याशित स्थिति में, अडानी समूह के नेतृत्व वाले मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे लिमिटेड (MIAL) ने प्रभावित यात्रियों को अतिरिक्त सहायता प्रदान की। इसमें अतिरिक्त बैठने की व्यवस्था और पानी की व्यवस्था शामिल थी। हवाई अड्डे ने प्रभावित यात्रियों की सहायता के लिए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्मियों को भी तैनात किया।
यह घटना इस मानसून मौसम के दौरान पहली बार नहीं हुई है जब कोई हवाई अड्डा इस तरह प्रभावित हुआ हो। इससे पहले 28 जून को दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी एक ऐसी ही घटना हुई थी, जहां बारिश के कारण छत का एक हिस्सा ढह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और छह अन्य घायल हो गए थे।
मुंबई में इस तरह की भारी बारिश कोई नई बात नहीं है। हर साल मानसून के समय भारी बारिश के कारण अक्सर ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं। हालांकि, प्रशासन हर बार नई रणनीतियों और योजनाओं के साथ तैयार रहता है ताकि प्रभावित क्षेत्रों में लोग सुरक्षित रह सकें और सामान्य जन-जीवन जाति विशेष रूप से हवाई अड्डे के संचालन को यथासंभव सुचारू रूप से चलाया जा सके।
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने इस स्थिति से निपटने के लिए विशेष टीमें तैनात की थीं जो बारिश के समय सक्रिय भूमिका निभाती हैं। इसके तहत बारिश के दौरान रनवे, टैक्सीवे और एप्रन क्षेत्रों की निरंतर निगरानी और सफाई की जाती है।
मुंबई के कुछ प्रमुख इलाकों में भीषण बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिससे सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ। स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए, जिनमें जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाना और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पंपिंग स्टेशन लगाना शामिल था।
यात्रियों को इस नाजुक समय में सहनशीलता दिखाने के लिए भी धन्यवाद दिया गया। जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द की गई थीं या जो विलंबित थीं, उनकी सहायता के लिए हवाई अड्डे पर विशेष सहायता केंद्र स्थापित किए गए थे। यात्रियों से यह अपील भी की गई थी कि वे यात्रा से पहले हवाई अड्डे की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेते रहें।
इस बीच, हवाई अड्डे के संचालन को जल्द से जल्द सामान्य बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारी पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं। इस स्थिति ने दिखा दिया कि मौसम कितना भी उथल-पुथल भरा क्यों न हो, सही योजना और समर्पण से हर स्थिति को संभाला जा सकता है।
आशा है कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए और भी अधिक तत्परता और योजना के साथ तैयार रहेंगे, जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े और उनकी यात्रा सुरक्षित और सुगम हो सके।