के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth    पर 22 सित॰ 2025    टिप्पणि (0)

Mauranipur में HF Deluxe बाइक चोरी – दामेले फील्ड के पास घटी चौंकाने वाली घटना

हर साल बढ़ती अपराध दर के बीच, मोटरसाइकिल चोरी ने भारतीय छोटे शहरों को भी अपना शिकार बना लिया है। बाइक चोरी के मामले में Mauranipur ने हाल ही में दामेले फील्ड के पास एक HF Deluxe मॉडल की चोरी से शाम-रात को हिला दिया। पीड़ित ने बताया कि वह अपने काम के बाद अपने घर के पास ही बाईक को पार्क किया था, लेकिन अगले सुबह जब उसने बाईक निकालने की कोशिश की, तो वह गायब थी।

स्थानीय पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच

संदेहियों की पहचान के लिए पुलिस ने इलाके के कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज संग्रहित की। कुछ कंट्रोलर शो में दिखे फ्रेम में दो अजनबी काली टोपी और गहरी साइडजीज वाली मोटरसाइकिल पर सवार दिखे, जो बाईक को तेज़ी से ले जा रहे थे। पुलिस ने इन छवियों को सार्वजनिक करके गवाहों से मदद मांगने की घोषणा की।

दूसरी ओर, पिछले दो हफ्तों में Mau जिले के आस-पास कई समान चोरी की रिपोर्टें दर्ज हुई हैं। एक स्थानीय समाचार पोर्टल ने बताया कि पिछले महीने ही दामेले के पास एक हीस्मिक बैटरी वाले स्कूटर की चोरी हुई, और उसी समय दो अज्ञात समूहों पर कब्ज़ा जमाने की कोशिश देखी गई। इन घटनाओं ने पुलिस को एक व्यापक जालसाज़ी नेटवर्क की ओर इशारा किया है।

गिरोहों पर कार्रवाई और भविष्य की सुरक्षा उपाय

गिरोहों पर कार्रवाई और भविष्य की सुरक्षा उपाय

जिला पुलिस ने अब तक दो प्रमुख बाइक चोर गिरोहों को धँसाया है। पहले गिरोह के दो सदस्य को गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जबकि दूसरे गिरोह के मुखिया को अभी तक तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने इस बार एक गोदाम में बड़ी मात्रा में चोरी की गई बाइक्स को छिपाया पाया, जिससे यह साफ़ हो गया कि यह कोई एकल घटना नहीं, बल्कि संगठित अपराध का हिस्सा है।

भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने एक योजना तैयार की है। योजना में प्रमुख बाजारों और हाईवे के पास अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों की स्थापना, सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था को बेहतर बनाना, और बाईक मालिकों को हेल्मेट लॉक और GPS ट्रैकिंग जैसी तकनीकी सहायता प्रदान करना शामिल है।

  • सीसीटीवी कवरेज को कम से कम 80% तक बढ़ाना।
  • सामुदायिक चेतना कार्यक्रम चलाना, जिससे लोग संदेहास्पद गतिविधियों की रिपोर्ट जल्दी दें।
  • बाइक एंटी-थेफ्ट उपकरणों पर सब्सिडी योजना लागू करना।

बाइक मालिकों ने भी इस बात पर ज़ोर दिया कि स्वयं सुरक्षा उपाय अपनाना चाहिए। कई लोग अब रिवर्स अलार्म, इमरजेंसी कॉल बटन, और स्टील के पिन लॉक का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे छोटे कदमों से अपराधियों को हतोत्साहित करने में मदद मिल सकती है।