के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 25 सित॰ 2024 टिप्पणि (0)
कुमारी सैलजा ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का खंडन किया
कुमारी सैलजा, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा, ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का कड़ा खंडन किया है। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी को पुनःस्थापित किया है। सैलजा ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस में पूरी तरह से हैं और भाजपा में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने यह बयान उस समय दिया है जब उनकी अनुपस्थिति पार्टी के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, जैसे कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आयोजित घोषणापत्र लॉन्च, में नजर आई है। इसके अलावा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से उन्हें भाजपा में शामिल होने का निमंत्रण भी मिला था।
कांग्रेस की जीत के प्रति विश्वास
सैलजा ने चुनाव परिणामों के संबंध में उठ रही आशंकाओं को नकारते हुए कहा कि यह केवल चुनावी रणनीति है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही चुनाव प्रचार में दिखाई देंगी और कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की, उन्होंने कहा कि पार्टी बड़ी अंतर से जीतेगी और सरकार बनाएगी।
मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं पर, सैलजा ने कहा कि यह फैसला पार्टी के उच्च कमान द्वारा लिया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पण
सैलजा ने अपने लंबे समय से कांग्रेस के प्रति चल रहे समर्पण को भी स्पष्ट किया। उनकी समर्पित सेवा और योगदान की गवाही देते हुए उन्होंने कहा, 'जो कुछ भी मैं आज हूं, वह कांग्रेस की वजह से है और मैंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस की सेवा में बिताया है।'
हरियाणा कांग्रेस के भीतर अप्रत्यक्ष तनाव के संदर्भ में, विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सैलजा के बीच, उन्होंने यह माना कि कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि पार्टी संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव का तात्कालिक परिप्रेक्ष्य
हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने वाले हैं और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी। सभी दल पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।
यह स्पष्ट है कि इस चुनाव में कांग्रेस की रणनीति और संगठन की एकता दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाएंगे। चुनाव प्रचार के दौरान सैलजा की सक्रिय भागेदारी पार्टी के लिए एक बढ़ावा साबित हो सकती है, खासतौर पर दलित वोट बैंक के लिए।
चुनावी रणनीति और संभावनाएं
कांग्रेस को अपनी आंतरिक एकता को बनाए रखना होगा, जिसमें सीनियर नेताओं का समर्थन और उनके बीच की एकजुटता महत्वपूर्ण है। सैलजा और हुड्डा जैसे प्रमुख नेता एक साथ काम कर सकते हैं तो यह पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।
कुल मिलाकर, कुमारी सैलजा का यह बयान कांग्रेस पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और हरियाणा चुनाव में एक मजबूत और एकजुट पार्टी के रूप में आगे बढ़ने का संकेत देता है।