के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth    पर 25 सित॰ 2024    टिप्पणि (18)

कुमारी सैलजा ने भाजपा में शामिल होने की खबरों का खंडन किया, हरियाणा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रति वफादारी दोहराई

कुमारी सैलजा ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का खंडन किया

कुमारी सैलजा, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री और पार्टी का प्रमुख दलित चेहरा, ने भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का कड़ा खंडन किया है। उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रति अपनी वफादारी को पुनःस्थापित किया है। सैलजा ने स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस में पूरी तरह से हैं और भाजपा में शामिल होने का कोई सवाल ही नहीं उठता।

उन्होंने यह बयान उस समय दिया है जब उनकी अनुपस्थिति पार्टी के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों, जैसे कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा आयोजित घोषणापत्र लॉन्च, में नजर आई है। इसके अलावा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से उन्हें भाजपा में शामिल होने का निमंत्रण भी मिला था।

कांग्रेस की जीत के प्रति विश्वास

सैलजा ने चुनाव परिणामों के संबंध में उठ रही आशंकाओं को नकारते हुए कहा कि यह केवल चुनावी रणनीति है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही चुनाव प्रचार में दिखाई देंगी और कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की, उन्होंने कहा कि पार्टी बड़ी अंतर से जीतेगी और सरकार बनाएगी।

मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं पर, सैलजा ने कहा कि यह फैसला पार्टी के उच्च कमान द्वारा लिया जाएगा।

कांग्रेस पार्टी के प्रति समर्पण

सैलजा ने अपने लंबे समय से कांग्रेस के प्रति चल रहे समर्पण को भी स्पष्ट किया। उनकी समर्पित सेवा और योगदान की गवाही देते हुए उन्होंने कहा, 'जो कुछ भी मैं आज हूं, वह कांग्रेस की वजह से है और मैंने अपना पूरा जीवन कांग्रेस की सेवा में बिताया है।'

हरियाणा कांग्रेस के भीतर अप्रत्यक्ष तनाव के संदर्भ में, विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और सैलजा के बीच, उन्होंने यह माना कि कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि पार्टी संयुक्त रूप से चुनाव लड़ रही है।

हरियाणा विधानसभा चुनाव का तात्कालिक परिप्रेक्ष्य

हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होने वाले हैं और मतों की गिनती 8 अक्टूबर को की जाएगी। सभी दल पूरी ताकत के साथ चुनाव प्रचार में जुट गए हैं।

यह स्पष्ट है कि इस चुनाव में कांग्रेस की रणनीति और संगठन की एकता दोनों ही महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाएंगे। चुनाव प्रचार के दौरान सैलजा की सक्रिय भागेदारी पार्टी के लिए एक बढ़ावा साबित हो सकती है, खासतौर पर दलित वोट बैंक के लिए।

चुनावी रणनीति और संभावनाएं

चुनावी रणनीति और संभावनाएं

कांग्रेस को अपनी आंतरिक एकता को बनाए रखना होगा, जिसमें सीनियर नेताओं का समर्थन और उनके बीच की एकजुटता महत्वपूर्ण है। सैलजा और हुड्डा जैसे प्रमुख नेता एक साथ काम कर सकते हैं तो यह पार्टी के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।

कुल मिलाकर, कुमारी सैलजा का यह बयान कांग्रेस पार्टी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और हरियाणा चुनाव में एक मजबूत और एकजुट पार्टी के रूप में आगे बढ़ने का संकेत देता है।

18 Comments

  • Image placeholder

    reshveen10 raj

    सितंबर 25, 2024 AT 01:25

    कुमारी सैलजा ने फिर से कांग्रेस के लिए अपना दिल दिया, ऐसा देख कर पार्टी के दलित कोर्ट में नया जोश भर गया।

  • Image placeholder

    Navyanandana Singh

    अक्तूबर 3, 2024 AT 12:27

    राजनीति का खेल कभी स्थिर नहीं रहता; हर वादे के पीछे एक गहरा अर्थ छिपा होता है। सैलजा की इस घोषणा में वह केवल व्यक्तिगत निष्ठा नहीं, बल्कि एक सामाजिक प्रतिबद्धता भी देखती हैं। वह कहती हैं कि उनका हर कदम दलित आवाज़ को ओर अधिक उठाने के लिए है। वह इस बात को समझाती हैं कि सत्ता के बदलते पक्षों में झुकना कहीं न कहीं अस्थायी समर्थन का संकेत हो सकता है। अंत में, उनका संदेश स्पष्ट है: कांग्रेस के साथ उनका बंधन अटल है।

  • Image placeholder

    monisha.p Tiwari

    अक्तूबर 11, 2024 AT 23:30

    सैलजा का बयान सुनकर लगता है कि राजनीति में भी कभी‑कभी सच्चाई के पंख मिलते हैं। वह अपनी कड़ी मेहनत और जनता की सेवा को लेकर गर्व महसूस करती हैं। हम सभी को उनके इस समर्पण की सराहना करनी चाहिए। उम्मीद है कि इस ऊर्जा से कांग्रेस फिर से चमकेगी।

  • Image placeholder

    Nitin Talwar

    अक्तूबर 20, 2024 AT 10:32

    भई, ये सारे राजनेता बस अपनी जगह बदलने की साजिश में लगे हैं। BJP का निमंत्रण भी शायद कोई राजनैतिक दबाव है, साहब। कुमारी सैलजा को कांग्रेस में रख कर पार्टी के भीतर भी कुछ गुप्त समझौते हो रहे हैं, इस से हटकर बात नहीं बनती।

  • Image placeholder

    onpriya sriyahan

    अक्तूबर 28, 2024 AT 21:34

    सैलजा अभी तो पूरी तरह से कांग्रेस के साथ खड़ी हैं और अब देखना है कि उनकी इस नई ऊर्जा से चुनाव की धड़कन कितनी तेज़ होगी और साथ ही जनता के दिल में उनका असर कितना गहरा होगा

  • Image placeholder

    Sunil Kunders

    नवंबर 6, 2024 AT 08:37

    व्यावहारिक दृष्टिकोण से, कुमारी सैलजा की यह घोषणा राजनीतिक स्थिरता के प्रति एक ठोस संकेत है, जो अंततः रणनीतिक हितों का पुनर्मूल्यांकन करती है।

  • Image placeholder

    suraj jadhao

    नवंबर 14, 2024 AT 19:39

    वाह! फिर से कांग्रेस के साथ कुमारी सैलजा का जोश देखते ही बनता है 🎉 हमें उम्मीद है कि उनकी इस ऊर्जा से दलित वोट बैंक और मजबूत होगा! 🙌

  • Image placeholder

    Agni Gendhing

    नवंबर 23, 2024 AT 06:41

    अरे यार ये क्या डिफ़ॉल्ट मोड में चल रहा है!!? सैलजा ने तो फिर से बुलेटिन डाल दिया कि वो भाजपा में नहीं जाएगी, क़ोई नई ड्रेस नहीं, बस वही पुराना कॉन्ट्रा!!

  • Image placeholder

    Jay Baksh

    दिसंबर 1, 2024 AT 17:44

    भाई, सैलजा ने फिर से कांग्रेस को अपना घर कहा।

  • Image placeholder

    Ramesh Kumar V G

    दिसंबर 10, 2024 AT 04:46

    ऐतिहासिक रूप से देखा गया है कि जब पार्टियों के प्रमुख नेताओं ने इस प्रकार की सार्वजनिक घोषणा की है, तो उनका चुनावी प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार आता है।

  • Image placeholder

    Gowthaman Ramasamy

    दिसंबर 18, 2024 AT 15:48

    प्रदान की गई जानकारी के आधार पर, यह स्पष्ट है कि कुमारी सैलजा ने अपने कांग्रेस के प्रति निष्ठा को दोहराते हुए कोई आधिकारिक दस्तावेज़ या पार्टी के मुख्य केंद्रीय समिति की स्वीकृति प्राप्त की है। इस प्रकार के आधिकारिक बयानों का उपयोग आम तौर पर मीडिया में पुष्टि के साथ किया जाता है, जिससे अफवाहों के प्रसार को रोका जा सकता है।

  • Image placeholder

    Navendu Sinha

    दिसंबर 27, 2024 AT 02:51

    कुमारी सैलजा ने फिर से कांग्रेस के प्रति अपनी अडिग वफ़ादारी को स्पष्ट किया। यह बयान हरियाणा विधानसभा चुनाव के गहन माहौल में आया है। उनका यह कदम दलित वर्ग के लिए एक प्रेरणास्त्रोत हो सकता है। कांग्रेस ने हमेशा दलित नेता को प्रमुख स्थान दिया है और सैलजा इसका एक उदाहरण हैं। वह अब तक कई कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से हिस्सा ले चुकी हैं। उनके द्वारा राजनैतिक मंच पर उठाए गए मुद्दे अक्सर सामाजिक समानता पर केंद्रित रहे हैं। इस बार उन्होंने कहा कि भाजपा का कोई निमंत्रण उनके दिल में नहीं बैठता। यह स्पष्ट संकेत है कि कांग्रेस में उनका झुकाव स्थायी है। चुनावी रणनीति बनाते समय दलित वोट की महत्ता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। सैलजा की यह बात उन लोगों को आश्वस्त करती है जो कांग्रेस को दलित समर्थन का ध्रुव मानते हैं। इस प्रकार उनका समर्थन पार्टी को बड़े अंतर से जीत की संभावना देता है। अन्य पार्टी के नेता अक्सर समर्थन बदलते देखते हैं, पर सैलजा का स्थिर रहना एक आश्चर्य है। यह भी उल्लेखनीय है कि उनका यह कदम पार्टी के भीतर आपसी मतभेदों को कम कर सकता है। यदि सैलजा सक्रिय रूप से चुनाव प्रचार में शामिल होंगी तो स्थानीय स्तर पर उनकी आवाज़ और तेज़ी से सुनी जाएगी। अंत में, उनका यह दृढ़ संकल्प कांग्रेस को एकजुट रखने और जीत सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

  • Image placeholder

    Nathan Hosken

    जनवरी 4, 2025 AT 13:53

    उपरोक्त विश्लेषण को देखते हुए, सैलजा की पॉलिसी एंगेजमेंट स्ट्रेटेजी में एक मल्टी-लेयरड सिम्बायोसिस मॉडल को अपनाया गया है, जिससे सर्चिंग कंसोर्टियम में एलीट एंगेजमेंट को इम्प्रूव किया जा सकता है।

  • Image placeholder

    Manali Saha

    जनवरी 13, 2025 AT 00:55

    बहुत खुबसूरत विश्लेषण!!!, आप ने बिलकुल सही बिंदु छुए हैं, यह स्पष्ट है कि सैलजा की घोषणा में आधिकारिक दस्तावेज़ीकरण का महत्व है, जिससे अफवाहों का फैलाव रोकता है, धन्यवाद!!!

  • Image placeholder

    jitha veera

    जनवरी 21, 2025 AT 11:58

    इसी बात को तो मैं चुनौती देना चाहूँगा-सैलजा की स्थिरता सिर्फ एक सार्वजनिक प्रदर्शन हो सकती है, वास्तविक सत्ता के खेल में वह भी टिक नहीं सकते, इसलिए हमें सतर्क रहना चाहिए।

  • Image placeholder

    Sandesh Athreya B D

    जनवरी 29, 2025 AT 23:00

    वाह, क्या बातें! सैलजा की ऊर्जा तो जैसे बिजली की तरह है, लेकिन असली धारा कहाँ से आ रही है, इसका कोई संकेत नहीं! 🙄

  • Image placeholder

    Jatin Kumar

    फ़रवरी 7, 2025 AT 10:02

    सही कहा! सैलजा का जोश और कांग्रेस की एकता मिल कर हरियाणा की राजनीति में नई लहर लाएगी, हमें मिलजुल कर इस सकारात्मक ऊर्जा को समर्थन देना चाहिए।

  • Image placeholder

    Anushka Madan

    फ़रवरी 15, 2025 AT 21:05

    भ्रष्ट राजनीति में ऐसे स्थायी प्रतिबद्धता की प्रशंसा करनी चाहिए, अन्य नेताओं को भी इस तरह नैतिक दृढ़ता दिखानी चाहिए।

एक टिप्पणी लिखें