के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth पर 15 जून 2024 टिप्पणि (11)

UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2024: महत्वपूर्ण जानकारी
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के द्वारा सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा 2024 का आयोजन 16 जून को किया जाना तय हुआ है। इस परीक्षा के लिए देशभर से लगभग 44,000 उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया है। छात्र-छात्राओं की सुविधा और परिश्रम को देखते हुए आयोग ने विभिन्न दिशानिर्देश और समय-सारिणी जारी की है ताकि पूरे प्रक्रिया को अधिक सुचारू और प्रभावी बनाया जा सके।
परीक्षा का समय और पेपर
UPSC प्रारंभिक परीक्षा 2024 के तहत दो पेपर होंगे। पहला, सामान्य अध्ययन पेपर, जो सुबह 9:30 बजे से 11:30 बजे तक होगा। दूसरा, CSAT पेपर, दोपहर 2:30 बजे से 4:30 बजे तक आयोजित किया जाएगा। उम्मीदवारों को इस दिन दो बार अपनी योग्यता सिद्ध करनी होगी और कुल मिलाकर 4 घंटे की कठिन परीक्षा का सामना करना होगा।

दस्तावेज़ और प्रवेश कार्ड
परीक्षार्थियों के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ अनिवार्य किए गए हैं जिनमें UPSC प्रारंभिक परीक्षा प्रवेश पत्र (2024), एक वैध फोटो पहचान पत्र, और दो पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो शामिल हैं। प्रवेश पत्र 7 जून को UPSC की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया था और सभी परीक्षार्थियों को इसे डाउनलोड कर परीक्षा केंद्र पर लाना अनिवार्य है।
परीक्षा केंद्र पर दिशानिर्देश
UPSC ने स्पष्ट किया है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर कम से कम 30 मिनट पहले पहुंचने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के मूल्यवान सामान, मोबाइल फोन, या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लाना सख्त मना है। परीक्षा हॉल के अंदर किसी भी प्रकार के प्रतिबंधित सामग्री जैसे कैल्कुलेटर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, और स्टेशनरी सामग्री रखने पर रोक है, और ऐसा पाए जाने पर परीक्षार्थी को अयोग्य घोषित किया जा सकता है।

डेली मेट्रो की सुविधा
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए अपनी नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की समय-सारिणी में बदलाव किया है। इस दिन मेट्रो सुबह 6:00 बजे से चालू होगी जो सामान्यतः 8:00 बजे शुरू होती है। इस बदलाव से परीक्षार्थियों को अपने परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुंचने में आसानी होगी।
उम्मीदवारों के लिए निर्देश
उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी आवश्यक दस्तावेज, प्रवेश पत्र, फोटो पहचान पत्र, और पासपोर्ट साइज फोटो पहले से तैयार रखें। इसके अलावा, परीक्षा से एक दिन पहले केंद्र पर जाकर दिशा-निर्देशों का पालन करना और अपने समय का सही प्रबंधन करना आवश्यक है।
सभी उम्मीदवारों के लिए हमारी तरफ से शुभकामनाएं। आपका परिश्रम और समर्पण निश्चित रूप से आपके भविष्य में सफलता के नए द्वार खोलेगा।
Piyusha Shukla
जून 15, 2024 AT 20:15बिलकुल भी नहीं लग रहा कि UPSC ने कुछ नया सोचा है शेड्यूल में बस वही पुरानी रूटीन दोहराई है
Shivam Kuchhal
जून 25, 2024 AT 02:29प्रिय महोदय, आपके विचार सराहनीय हैं परन्तु यह उल्लेखनीय है कि परीक्षा में समय परिवर्तन परीक्षाार्थियों के लिये सकारात्मक दिशा दर्शाता है एवं यह सभी उम्मीदवारों को बेहतर तैयारी के लिये प्रेरित करेगा। इस प्रकार के कदमों से राष्ट्रीय स्तर पर प्रशासनिक तत्परता में वृद्धि होगी।
Adrija Maitra
जुलाई 4, 2024 AT 08:42वाह भाई ये मेट्रो का बदलाव देखो तो जैसे हमारे लिये खलिशी हवा आ गई हो, सुबह जल्दी निकल पाओगे और टाइम पर पहुंच जाओगे, बड़ा ज़बरदस्त!
ड्रामा नहीं बस सच्चाई।
RISHAB SINGH
जुलाई 13, 2024 AT 14:55बिलकुल सही कहा दोस्त इसे हम सब को अपनाना चाहिए और समय पर पहुंचने के लिए पहले से तैयारी करनी चाहिए, जैसे दस्तावेज़ इकट्ठा करके रख लेना।
Deepak Sonawane
जुलाई 22, 2024 AT 21:09UPSC द्वारा जारी दिशानिर्देशों को समझने के लिए मल्टी-डायमेन्शनल फ्रेमवर्क का अनुप्रयोग आवश्यक है; प्रथम स्तर पर मैक्रो-इकोनोमिक प्रेसेप्शन को पुनः मूल्यांकन किया जाना चाहिए। द्वितीय स्तर में टाइम-टेबले प्रोटोकॉल को सायनैप्टिक कम्युनिकेशन के माध्यम से इंटीग्रेट किया जा सकता है। तीसरे लेवल पर डेली मेट्रो की ऑप्टिमाइज़्ड शेड्यूल को एडेप्टिव सिस्टीम मॉडल के साथ सिंक्रोनाइज़ किया गया है। चार्टर्ड एनालिसिस के अनुसार, एरर मार्जिन को न्यूनतम रखने हेतु प्री-एग्जामिनेशन रूटीन को मॉड्यूलराइज़ किया गया। पॉलिसी इम्प्लीमेंटेशन की वैधता को ट्रांसपेरेंट पेपरवर्क द्वारा वैरिफाई किया जाता है। साथ ही, एंट्री पासपोर्ट साइज फोटो का क्वालिटी कंट्रोल और एंट्री पॉइंट वैलिडेशन को बायोमैट्रिक स्कैनिंग के साथ एन्हांस किया गया। इन सबकी सिंगल-ट्रांसफ़र फंक्शनालिटी को हाई-फ़िडेलिटी मॉनिटरिंग सिस्टम द्वारा ट्रैक किया जाएगा। बैक-अप प्लान में इमरजेंसी एस्केलेशन प्रोटोकॉल भी इन्स्टॉल किया गया है। इस प्रकार, रीसॉर्स के अलोकेशन में इफिशियंसी को मैक्सिमाइज़ करने के लिये ऑप्टिमल लोड बॅलेंसिंग स्ट्रेटेजी अपनाई गई है। प्री-टेस्ट एग्रिमेंट के तहत सभी कॉम्प्लायन्स रीक्वायरमेंट्स को डिफ़ॉल्ट मोड में एनेबल किया गया। कंट्रैक्टुअल एग्रीमेंट्स के अनुसार, उम्मीदवारों को वैध आईडी और फोटोग्राफिक प्रूफ लाने का निर्देश दिया गया है, जो रिग्रेशन टेस्ट के लिए आवश्यक है। टाइम मैनेजमेंट के लिए 30 मिनट अर्ली एंट्री ऑप्शन को इम्प्लीमेंटेड किया गया, जिससे लॉजिस्टिक बर्डन कम होगा। एंटरप्रेन्योरियल पर्सपेक्टिव से देखे तो यह पहल इको-सस्टेनेबिलिटी को भी सपोर्ट करती है, क्यूँकि कम ट्रैफ़िक में मेट्रो का उपयोग किया जा रहा है। कुल मिलाकर, यह संपूर्ण फ्रेमवर्क न केवल प्रेक्षणीय है बल्कि स्केलेबिलिटी की दृष्टि से भी बेज़ली कॉन्फॉर्म किया गया है। अंत में, सभी एन्क्लोज़्ड दस्तावेज़ों को रिव्यू करने के बाद ही परीक्षा का प्रारम्भिक चरण आरंभ होना चाहिए। डाटा-ड्रिवन इनसाइट्स के आधार पर भविष्य की एग्जाम स्केड्यूलिंग में सुधार संभव है।
Suresh Chandra Sharma
अगस्त 1, 2024 AT 03:22भाई ये बहुत बारीकी से बताया है पर असली बात ये है कि प्रैक्टिस टेस्ट के साथ टाइम मैनेजमेंट प्रैक्टिस करो और एंट्री कार्ड को फ़ोन में रखने की कोशिश मत करो, ये अक्सर भूल हो जाती है।
sakshi singh
अगस्त 10, 2024 AT 09:35सभी उम्मीदवारों को यह याद रखना चाहिए कि परीक्षा केवल एक कदम है और इस मार्ग में कई चुनौतियाँ होंगी; इसलिए अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि तनाव का प्रबंधन न केवल प्रदर्शन को बेहतर बनाता है बल्कि जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। जैसा कि मैंने अपने कई छात्रों को देखा है, नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन और पर्याप्त नींद का पालन करने से ऊर्जा स्तर में उल्लेखनीय सुधार आता है, जो परीक्षा की कठोरता का सामना करने में मदद करता है। साथ ही, परीक्षा केंद्र तक पहुँचने के दौरान सार्वजनिक परिवहन के नए समय-सारिणी का लाभ उठाकर आप समय प्रबंधन को और सुदृढ़ कर सकते हैं, जिससे अनावश्यक देरी से बचा जा सके। याद रखिए, प्रत्येक चुनौती को एक सीखने का अवसर मानें और हर छोटे कदम को सराहें।
Hitesh Soni
अगस्त 19, 2024 AT 15:49विषय की गहन समझ और विस्तृत विश्लेषण के लिए आपका धन्यवाद, परन्तु यह अनिवार्य है कि उम्मीदवारों को केवल भावनात्मक समर्थन ही नहीं, बल्कि तर्कसंगत रणनीति भी प्रदान की जाए, जिससे वे प्रश्न पत्र की संरचना को शीघ्रता से समझ सकें और समय का सदुपयोग कर सकें।
rajeev singh
अगस्त 28, 2024 AT 22:02भारतीय संस्कृति में समयपालन को अत्यंत महत्व दिया गया है, और UPSC द्वारा मेट्रो की समय-सारिणी में परिवर्तन इस परम्परा के अनुरूप है; यह पहल न केवल उम्मीदवारों की सुविधा को बढ़ाती है बल्कि सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्रोत्साहित करके पर्यावरणीय सततता में भी योगदान देती है।
ANIKET PADVAL
सितंबर 7, 2024 AT 04:15समय के इस पवित्र सिद्धांत को नज़रअंदाज़ करना राष्ट्रीय स्तर पर नैतिक गिरावट का संकेत है; इस प्रकार की छोटी-छोटी व्यवस्थाएँ भी यदि सही ढंग से नहीं अपनाई गईं, तो भविष्य में गंभीर प्रशासनिक असफलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे और समय की पाबंदी को जीवन का अभिन्न अंग बनाये। UPSC जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का यह कदम सभी को अनुशासन का पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए, जिससे हमारे राष्ट्र की गरिमा और प्रतिष्ठा में वृद्धि हो। इस संदर्भ में, हमें केवल परीक्षा की तैयारी ही नहीं, बल्कि सामाजिक मूल्यों को भी सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य करना चाहिए। अंततः, यह सभी के लिए एक अवसर है कि हम समय के महत्व को समझें और इसे अपने दैनिक जीवन में लागू करें।
Abhishek Saini
सितंबर 16, 2024 AT 10:29सबको शुभकामनाएँ, अच्छा करो।