भाइयों और बहनों, क्या आप जानते हैं कि हर साल अगस्त‑सप्तम्बर में भारत भर में झूमते हैं लोग कृष्ण के जन्मदिन को? इस दिन को हम "कृष्ण जन्माष्टमी" या "जन्माष्टमी" कहते हैं। यह त्यौहार बस एक पार्टी नहीं, बल्कि भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण की कथा, उनके बचपन के कारनामे और आध्यात्मिक संदेशों का जश्न है।
जन्माष्टमी को वैदिक ग्रंथों में "विष्णु संकल्पा" कहा गया है। माना जाता है कि 8वीं काली (अभी के सन् 2024) में द्वारका में विष्णु ने श्यामली नाम की मां से कृष्ण का जन्म कराया था। इस घटना ने धर्म, राजनीति और कला को नया रूप दिया। इसलिए ही हर साल लोग मंदिरों में रात्रि जागरण, धूप-अरती और भजन‑कीर्तन करते हैं।
अगर आप बड़े शहर में रहते हैं या गांव में, तो इस त्यौहार को मनाने के कुछ आसान तरीके हैं:
इन छोटे-छोटे कदमों से आप अपने घर में भी जश्न का माहौल बना सकते हैं।
इस साल कई प्रमुख शहरों में बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं:
इन कार्यक्रमों की जानकारी आप हमारे साइट "प्रेम वशीकरण न्यूज़" पर रियल‑टाइम अपडेट के तौर पर पा सकते हैं।
कृष्ण जन्माष्टमी सिर्फ एक त्यौहार नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने का अवसर है। भले ही आप शहर में रहें या गाँव में, छोटे-छोटे कार्य – जैसे दही‑घी की थाली सजाना, कथा सुनना या सामाजिक सेवा करना – इस पावन दिन को यादगार बनाते हैं। तो इस साल भी अपने मन और घर को तैयार रखें, क्योंकि भगवान कृष्ण हर दिल में बसा है, बस हमें उसे पहचानने का तरीका चाहिए।
Posted By Krishna Prasanth पर 16 अग॰ 2025 टिप्पणि (12)
कृष्ण जन्माष्टमी 2025 पर भक्त भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी ज़बरदस्त उत्साह और आस्था के साथ मना रहे हैं। इस मौके पर लोग सुंदर शुभकामनाएं, कोट्स और संदेशों से अपनों और समाज में प्रेम, एकता और भक्ति साझा कर रहे हैं। पारंपरिक और आधुनिक अंदाज़ में सोशल मीडिया पर भी शुभकामनाएं दी जा रही हैं।
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