के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth    पर 26 सित॰ 2025    टिप्पणि (0)

राजगीर‑मुंबई के बीच दैनिक ट्रेन सेवा, लोमान्या टिलक एक्सप्रेस का विस्तार

रोलबोर्ड की नई पहल और इसका प्रभाव

रेलवे बोर्ड ने हाल ही में लोमान्या टिलक एक्सप्रेस को राजगीर तक ले जाने का फैसला किया। इससे पहले यह ट्रेन केवल लोनमनिया टिलक टर्मिनस (एलटी) तक ही चलती थी, जबकि बोधायन‑पटना क्षेत्र को मुंबई से जोड़ने के लिए यात्री अलग‑अलग ट्रांसफर करना पड़ता था। अब सीधे जुड़ाव होने से यात्रा का समय घटेगा और लागत भी कम होगी। विशेषकर छात्रों, इतिहास प्रेमियों और व्यापारियों को इस सुविधा से काफी लाभ होगा, क्योंकि नालंदा, पटना और अन्य प्रमुख शिक्षा‑संकुल इस मार्ग पर स्थित हैं।

राजगीर को भारत के आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले शहरों में गिना जाता है। यहाँ बौद्ध धरोहर और हरिहरासुर मंदिर जैसे स्थल विद्यमान हैं, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अब इन पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए मुंबई से सीधा रेल मार्ग उपलब्ध हो गया है, जिससे पर्यटन उद्योग को नया उछाल मिलने की संभावना है।

ट्रेन का समय‑सारणी और प्रमुख स्टॉपेज

ट्रेन का समय‑सारणी और प्रमुख स्टॉपेज

लोमान्या टिलक एक्सप्रेस का नया रूट दो भागों में बँटा है: राजगीर‑मुंबई (ट्रेन 13201) और मुंबई‑राजगीर (ट्रेन 13202)। टाइम‑टेबल इस प्रकार है:

  • ट्रेन 13201: राजगीर से प्रस्थान 8:45 PM, नालंदा 9:00 PM, बिहार शरिफ 9:20 PM, बख्तियारपुर 9:52 PM, फतुहा 10:15 PM, पटना साहिब 10:28 PM, पटना जंक्शन 11:45 PM, और अगले दिन 10:50 AM को लोनमनिया टिलक टर्मिनस, मुंबई पहुंचती है।
  • ट्रेन 13202: मुंबई से प्रस्थान 2:45 PM, पटना जंक्शन 12:10 AM, पटना साहिब 12:35 AM, फतुहा 12:47 AM, बख्तियारपुर 1:20 AM, बिहार शरिफ 1:53 AM, नालंदा 2:11 AM, और 3:00 AM पर राजगीर तक पहुँचती है।

इन स्टेशनों की बारीकी से योजना बनाई गई है, जिससे लोग मध्य बिहार के प्रमुख शहरों से भी इस ट्रेन का उपयोग कर सकते हैं। विशेष रूप से फतूहा और बख्तियारपुर को जोड़ने से उन क्षेत्रों में व्यापारिक गतिशीलता बढ़ेगी।

ट्रेन का परिचालन अभी आधिकारिक तौर पर शुरू नहीं हुआ है, लेकिन ईस्ट सेंट्रल रेलवे जल्द ही तय तिथि की घोषणा करेगा। इस बीच यात्रियों को सलाह दी जाती है कि टिकट बुकिंग और सीट उपलब्धता की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या कॉल सेंटर से प्राप्त करें।

बदलाव के बाद, राजगीर के छात्र अब बिना अतिरिक्त खर्च के सीधे मुंबई जा सकेंगे, जिससे शिक्षा और नौकरी के अवसरों में विस्तार होगा। साथ ही, नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़ी रिसर्च एवं शैक्षिक सम्मलेनों के लिए भी इस ट्रैक को एक महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है।