रोलबोर्ड की नई पहल और इसका प्रभाव
रेलवे बोर्ड ने हाल ही में लोमान्या टिलक एक्सप्रेस को राजगीर तक ले जाने का फैसला किया। इससे पहले यह ट्रेन केवल लोनमनिया टिलक टर्मिनस (एलटी) तक ही चलती थी, जबकि बोधायन‑पटना क्षेत्र को मुंबई से जोड़ने के लिए यात्री अलग‑अलग ट्रांसफर करना पड़ता था। अब सीधे जुड़ाव होने से यात्रा का समय घटेगा और लागत भी कम होगी। विशेषकर छात्रों, इतिहास प्रेमियों और व्यापारियों को इस सुविधा से काफी लाभ होगा, क्योंकि नालंदा, पटना और अन्य प्रमुख शिक्षा‑संकुल इस मार्ग पर स्थित हैं।
राजगीर को भारत के आध्यात्मिक और ऐतिहासिक महत्व वाले शहरों में गिना जाता है। यहाँ बौद्ध धरोहर और हरिहरासुर मंदिर जैसे स्थल विद्यमान हैं, जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अब इन पर्यटन स्थलों तक पहुंचने के लिए मुंबई से सीधा रेल मार्ग उपलब्ध हो गया है, जिससे पर्यटन उद्योग को नया उछाल मिलने की संभावना है।
ट्रेन का समय‑सारणी और प्रमुख स्टॉपेज
लोमान्या टिलक एक्सप्रेस का नया रूट दो भागों में बँटा है: राजगीर‑मुंबई (ट्रेन 13201) और मुंबई‑राजगीर (ट्रेन 13202)। टाइम‑टेबल इस प्रकार है:
- ट्रेन 13201: राजगीर से प्रस्थान 8:45 PM, नालंदा 9:00 PM, बिहार शरिफ 9:20 PM, बख्तियारपुर 9:52 PM, फतुहा 10:15 PM, पटना साहिब 10:28 PM, पटना जंक्शन 11:45 PM, और अगले दिन 10:50 AM को लोनमनिया टिलक टर्मिनस, मुंबई पहुंचती है।
- ट्रेन 13202: मुंबई से प्रस्थान 2:45 PM, पटना जंक्शन 12:10 AM, पटना साहिब 12:35 AM, फतुहा 12:47 AM, बख्तियारपुर 1:20 AM, बिहार शरिफ 1:53 AM, नालंदा 2:11 AM, और 3:00 AM पर राजगीर तक पहुँचती है।
इन स्टेशनों की बारीकी से योजना बनाई गई है, जिससे लोग मध्य बिहार के प्रमुख शहरों से भी इस ट्रेन का उपयोग कर सकते हैं। विशेष रूप से फतूहा और बख्तियारपुर को जोड़ने से उन क्षेत्रों में व्यापारिक गतिशीलता बढ़ेगी।
ट्रेन का परिचालन अभी आधिकारिक तौर पर शुरू नहीं हुआ है, लेकिन ईस्ट सेंट्रल रेलवे जल्द ही तय तिथि की घोषणा करेगा। इस बीच यात्रियों को सलाह दी जाती है कि टिकट बुकिंग और सीट उपलब्धता की जानकारी रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या कॉल सेंटर से प्राप्त करें।
बदलाव के बाद, राजगीर के छात्र अब बिना अतिरिक्त खर्च के सीधे मुंबई जा सकेंगे, जिससे शिक्षा और नौकरी के अवसरों में विस्तार होगा। साथ ही, नालंदा विश्वविद्यालय से जुड़ी रिसर्च एवं शैक्षिक सम्मलेनों के लिए भी इस ट्रैक को एक महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है।

patil sharan
सितंबर 26, 2025 AT 01:26अरे वाह, आखिर फिर से ट्रेन का विस्तार, मतलब लोग अब सब 'बोर्डर' नहीं रोके जाएंगे।
Nitin Talwar
सितंबर 30, 2025 AT 16:33इसे देखो, असल में रेलवे बोर्ड को विदेशी हाथों से छेड़छाड़ रोकी नहीं जा रही, अब उन्नत गुप्त मार्ग बना रहे हैं 😒🇮🇳।
onpriya sriyahan
अक्तूबर 5, 2025 AT 07:40हाँ, अब सीधे मुंबई जाना आसान होगा।
Anushka Madan
अक्तूबर 9, 2025 AT 22:46ऐसे विकास के साथ हमें हमारी महान धरोहरों की सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए, नहीं तो इतिहास की सम्मानित भूमि धूमिल हो जाएगी।
nayan lad
अक्तूबर 14, 2025 AT 13:53टिकट बुकिंग के लिए IRCTC ऐप में 'लोमान्या टिलक एक्सप्रेस' सर्च करो, ट्रैवल क्लास और उपलब्धता देखो, फिर सीधे बुकिंग पूरी करो।
Govind Reddy
अक्तूबर 19, 2025 AT 05:00रास्ते जितने लंबे होते हैं, यात्रियों के दिलों में जो जुड़ाव बनता है, वह ही असली गंतव्य बन जाता है।
KRS R
अक्तूबर 23, 2025 AT 20:06देखा मैंने, अक्सर ट्रेनों में देरी की शिकायत होती है, पर इस नई सेवा में समय पर पहुँचने की संभावना ज़्यादा है, उम्मीद है।
Uday Kiran Maloth
अक्तूबर 28, 2025 AT 10:13राजगीर के बौद्ध स्थलों तथा हरिहरासुर मंदिर के संरक्षण हेतु इस प्रत्यक्ष रेल संपर्क का महत्व अत्यधिक है; यह सांस्कृतिक प्रवाह को सुदृढ़ करता है।
Deepak Rajbhar
नवंबर 2, 2025 AT 01:20ओह! अब तो छात्र लोग भी बिना झंझट के मुंबई के कॉफ़ी शॉप्स में बैठेंगे, जबकि हम लोग अभी तक प्लेटफ़ॉर्म पर इंतज़ार कर रहे हैं 😏।
Hitesh Engg.
नवंबर 6, 2025 AT 16:26यह ट्रेन विस्तार वास्तव में कई पहलुओं को छूता है।
पहले, यह मध्य बिहार के व्यापारियों के लिये नई जीवन रेखा खोलता है।
दूसरा, छात्रों को अब महंगे बस टिकटों की जरूरत नहीं रहेगी।
तीसरा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि राजगीर के ऐतिहासिक स्थल सुलभ हो जाएँगे।
चौथा, रेल मंत्रालय को अपने नियोजन में नालंदा जैसे शैक्षणिक केंद्रों को प्राथमिकता देना चाहिए।
पांचवां, इस मार्ग में कई छोटे शहरों को जोड़ने से स्थानीय अर्थव्यवस्था में वृद्धी होगी।
छठा, यदि समय सारणी ठीक से लागू हो तो यात्रियों का भरोसा भी बढ़ेगा।
सातवां, सुरक्षा मानकों को अद्यतन रखने की आवश्यकता है, खासकर रात्री यात्रा में।
आठवां, ट्रेन की सीट बुकिंग प्रणाली को मोबाइल फ्रेंडली बनाना चाहिए।
नौवां, यात्रियों को रियल‑टाइम अपडेट्स की सुविधा दी जानी चाहिए।
दसवां, यदि कोई तकनीकी गड़बड़ी आए तो त्वरित समाधान की नीति बनानी होगी।
ग्यारहवां, स्थानीय समुदाय को इस प्रोजेक्ट में शामिल करना चाहिए ताकि उनका सहयोग मिल सके।
बारहवां, पर्यावरणीय प्रभाव को भी ध्यान में रखकर इको‑फ्रेंडली ऑपरेशन अपनाना चाहिए।
तेरहवां, भविष्य में इस मार्ग को विस्तार कर अन्य महत्त्वपूर्ण शहरों को जोड़ने की संभावना है।
चौदहवां, कुल मिलाकर यह पहल भारतीय रेल की प्रगति की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
पंद्रहवां, आशा है कि जल्द ही इस ट्रेन का संचालन शुरू हो और सभी को इसका लाभ मिले।
Zubita John
नवंबर 11, 2025 AT 07:33बहुत बढ़िया यार, इस नई ट्रेन से लोग लोनमनिया टिलक से लेकर राजगीर तक बिना झंझट के पहुँच पाएँगे, बुकिंग में कुछ दिक्कत आये तो IRCTC सपोर्ट को कॉल करो, वो मदद करेंगे।
gouri panda
नवंबर 15, 2025 AT 22:40यार, सोचो तो सही, अब हमें बिन बुकिंग की लाइन में खड़े होने की ज़रूरत नहीं, सीधे ट्रेन में बैठ के मुंबई की चाय-नाश्ते की मज़ा ले सकते हैं! 🚂✨
Harmeet Singh
नवंबर 20, 2025 AT 13:46हर नई रेल लाइन हमारे सपनों को गति देती है; इस विस्तार से युवा शक्ति को नई दिशा मिलेगी और समाज का विकास तेज़ होगा।
Sunil Kunders
नवंबर 25, 2025 AT 04:53ऐसे बुनियादी परिवहन परियोजनाओं का विश्लेषण करने के लिए हमें प्रथम श्रेणी की मैक्रोइकोनॉमिक दृष्टि अपनानी चाहिए, जो अधिकांश सामान्य पाठकों से परे है।
suraj jadhao
नवंबर 29, 2025 AT 20:00वाओ! यह नया एक्सप्रेस बसंत में धूम मचा देगा 🚀🌟 सभी मित्रों को टैग करूँगा, चलो इस यात्रा को यादगार बनाते हैं! 🎉😊
Agni Gendhing
दिसंबर 4, 2025 AT 11:06हूँ!!! क्या बात है!! अब ट्रेन बेइंतेहा सीधी‑सीधी मुंबई तक!!! क्या ऐसा नहीं कि यह सब एलियन की योजनाओं के तहत है???!! 🤔🛸
Jay Baksh
दिसंबर 9, 2025 AT 02:13हमारा देश आगे बढ़ रहा है, ऐसी ट्रेनें हमारी आत्मा को और ऊँचा उठाएंगी।
Ramesh Kumar V G
दिसंबर 13, 2025 AT 17:20तकनीकी रूप से देखें तो इस एक्सप्रेस की औसत गति लगभग 55 km/h होगी, जो के मध्य दूरी को 20 घंटे में पूरा कर देगा, और यह डीज़ल‑इलेक्ट्रिक हाइब्रिड इंजन से संचालित होगी।