के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth पर 9 अक्तू॰ 2025 टिप्पणि (7)

जब NTPC ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की पूरी‑हाथ की सहायक कंपनी, ने 22 नवंबर 2024 को अपने आईपीओमुंबई, भारत बंद कर दिया, तो बाजार में सट्टा हवाओं की तरह चर्चा हुई। कुल सब्सक्रिप्शन 2.55 गुना हुआ, जबकि खुदरा निवेशकों ने 3.59 गुना और संस्थागत निवेशकों ने 3.51 गुना की उत्सुकता दिखाई। इस इश्यू का मुख्य उद्देश्य ₹10,000 करोड़ जुटाकर NTPC Renewable Energy Limited (NREL) को ऋण मुक्त करना और भविष्य के अक्षय ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में निवेश करना था।
sangita sharma
अक्तूबर 9, 2025 AT 02:57सभी को नमस्ते, NTPC ग्रीन एनर्जी का IPO देख कर लगता है कि हमारे पर्यावरणीय कर्तव्य की बात छूट नहीं रही। अक्षय ऊर्जा में निवेश करना अब सिर्फ एक व्यवसाय नहीं बल्कि नैतिक जिम्मेदारी है। 2.55 गुना सब्सक्रिप्शन दर्शाता है जनता की जागरूकता की बढ़ोतरी। अगर इस पूँजी को सही प्रोजेक्ट्स में लगाया जाए तो धूप, पवन और जल से बिजली बनाकर बड़े पैमाने पर कार्बन उत्सर्जन घटाया जा सकता है। आशा है कि इस पहल से और कंपनियों को भी प्रेरणा मिलेगी।
PRAVIN PRAJAPAT
अक्तूबर 9, 2025 AT 03:47इस IPO में बाजार ने दिखा दिया कि लोग किस स्तर तक झुनझुना कर रहे हैं।
shirish patel
अक्तूबर 9, 2025 AT 04:37अरे वाह, NTNTPC ने फिर से सब्सक्राइबर्स को नाचते-गाते छोड़ा। 3.59 गुना खुदरा हिस्सेदारी देखकर ऐसा लगा जैसे बचपन में मिठाई की दुकान में लाइन लग गई हो। लेकिन सच्चाई तो यही है कि पैसा तो पैसा, फसल नहीं। हमारा देसी ऊर्जा सेक्टर अब इस “हॉरर शो” से बाहर नहीं निकल पाएगा। अरे, कितनी उंगली उठाएंगे अब?
srinivasan selvaraj
अक्तूबर 9, 2025 AT 05:27NTPC ग्रीन एनर्जी ने इस IPO के साथ एक नया युग रचा है। इस बार की माँग 2.55 गुना के आंकड़े से यह स्पष्ट है कि निवेशकों का भरोसा फिर से बढ़ा है। पहली बात तो यह है कि भारत में ऊर्जा की मांग निरन्तर बढ़ती जा रही है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिये केवल कोयला नहीं, बल्कि नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग अनिवार्य है। इसलिए, इस IPO में जमा की गई पूँजी को यदि सही रणनीति के साथ उपयोग किया जाए, तो देश की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूती मिल सकती है। यह ऐसा कदम है जिससे प्रदूषण में कमी और आर्थिक लाभ दोनों संभव हैं। साथ ही, निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के बीच सहयोग को भी प्रोत्साहन मिलता है। निवेशकों को इस बात का आश्वासन देना चाहिए कि उनका पैसा सही दिशा में बह रहा है। इस प्रकार, NTPC की इस पहल से न केवल कंपनी बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर हर कोई लाभान्वित होगा। लेकिन इसमें एक बात कम नहीं समझी जा सकती कि जोखिम भी मौजूद हैं। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव तो हमेशा रहता है, इसलिए जोखिम प्रबंधन आवश्यक है। यदि निवेशक डिटेल में जाकर प्रोजेक्ट की व्यवहार्यता को समझते हैं, तो यह उनके लिए फायदेमंद रहेगा। इस बिंदु पर विशेष रूप से यह कहा जा सकता है कि सरकार की नीतियां और सब्सिडी योजनाएं इस प्रक्रिया को समर्थन देती हैं। अंत में, यह कहा जा सकता है कि हर निवेशक को स्वयं की वित्तीय स्थिति, जोखिम सहनशीलता और दीर्घकालिक लक्ष्य को ध्यान में रख कर निर्णय लेना चाहिए।
Adrija Maitra
अक्तूबर 9, 2025 AT 06:17वाह, कितना धूमधाम से हुआ ये IPO! खुदरा निवेशकों ने तो ख़ुब तालियों का बज़रिया लगा दिया। मैं भी सोच रही हूँ कि थोड़ा‑थोड़ा करके इसमें हिस्सा लूँ। वैसे भी, हर बार जब ऐसी बड़ी कंपनियों का इश्यू आता है तो बाजार में थोड़ा उत्साह तो बढ़ जाता है। चलिए देखते हैं आगे क्या होता है।
RISHAB SINGH
अक्तूबर 9, 2025 AT 07:07सभी को शुभकामनाएँ! इस IPO में निवेश करने से पहले अपना वित्तीय लक्ष्य तय कर लेना चाहिए। छोटे‑छोटे हिस्से से शुरू करना ज़्यादा सुरक्षित रहेगा। अगर आप सोच रहे हैं कि किस प्रॉजेक्ट में पैसा जाएगा, तो NTPC के नवीकरणीय योजनाओं की रिपोर्ट देखें। आपसी मदद से हम सब मिलकर सही रास्ते पर चल सकते हैं।
Deepak Sonawane
अक्तूबर 9, 2025 AT 07:57इस इश्यू की सब्सक्रिप्शन डील वॉल्यूम 2.55× संकेतित है, जो मार्केट डिमांड की कैपिटल इंटेंसिटी को दर्शाता है। NREL का इस फंडिंग के माध्यम से डेब्ट‑फ्री स्ट्रक्चरिंग वैल्यू एन्हान्समेंट की संभावना है। इन्वेस्टमेंट थियरी के अनुसार, हाई‑डिमांड सेक्टर में एंट्री मोमेंटम अस्सीली रेटर्न्स प्रदान कर सकता है।