Microsoft में छंटनी का नया दौर: बिक्री टीम निशाने पर
Microsoft अगले साल जुलाई 2025 में एक नई छंटनी की लहर लाने वाला है, जिससे कंपनी के Microsoft के बिक्री विभाग में सबसे ज्यादा असर दिखेगा। ज्यादातर मामलों में आरोप लगता है कि खराब प्रदर्शन के चलते नौकरियां गईं, लेकिन इस बार CEO सत्य नडेला खुद कह रहे हैं कि यह पूरी तरह से रणनीतिक बदलाव है, न कि कर्मचारियों की काबिलियत पर कोई सवाल।
करीब 45,000 लोगों वाली Microsoft की बिक्री टीम का आकार घटाया जा रहा है। कंपनी की रणनीति अब यह है कि छोटे क्लाइंट्स को संभालने का काम बाहरी थर्ड पार्टी एजेंसियों के हवाले किया जाए। इससे पहले, कंपनी की प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग टीमें ही छंटनी की चपेट में आती थीं, लेकिन इस बार कंपनी का ध्यान मार्केटिंग और बिक्री पर है। मई 2025 में ही Microsoft ने 6,000 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था, और अब जुलाई में एक हजार से ज्यादा लोगों की छंटनी होने जा रही है।
AI निवेश के लिए छंटनी — नई तकनीकी लड़ाई की तैयारी
Microsoft ने AI टेक्नोलॉजी में भारी निवेश का ऐलान किया है, जिसमें डेटा सेंटर का विस्तार और AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर 80 अरब डॉलर खर्च करने की बड़ी योजना शामिल है। टेक इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि कंपनी को AI निवेश से होने वाले मार्जिन प्रेशर को कम करने के लिए हर साल कम से कम 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ेगी। इससे कंपनी सालाना 1.5 से 1.65 अरब डॉलर तक की बचत कर सकती है। छंटनी के शिकार कर्मचारियों को कंपनी 12 हफ्ते की बेस सैलरी देगी और नौकरी के सालों के अनुसार अतिरिक्त भुगतान भी होगा।
Microsoft का ये कदम अचानक नहीं आया है। पिछले कुछ सालों में Amazon, Meta और Intel जैसी दिग्गज कंपनियां भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं। Amazon के CEO एंडी जैसी ने हाल ही में अपनी कंपनी में AI एजेंट्स की मदद से कॉर्पोरेट कर्मचारी कम करने के संकेत दिए थे। वहीं, Intel अगले कुछ महीनों में अपनी वर्कफोर्स का 15-20 फीसदी घटाने की योजना बना रहा है। ऐसे में Microsoft की छंटनी को सिर्फ एक कंपनी तक सीमित बदलाव नहीं माना जा सकता, यह पूरे टेक्नोलॉजी सेक्टर में बदलते दौर का हिस्सा है।
अंदरखाने से आ रही खबरों में कहा जा रहा है कि यह सब किसी ‘म्यूजिकल चेयर्स’ गेम जैसा है, जहां पुराने टेक रोल्स लगातार खत्म होते जा रहे हैं और नए अवसर तेजी से AI और ऑटोमेशन वाले क्षेत्रों में पैदा हो रहे हैं। इसलिए जो कर्मचारी पारंपरिक टेक या मार्केटिंग रोल्स में थे, उनके लिए मौके लगातार कम हो रहे हैं। Microsoft का इस दिशा में उठाया गया कदम अगले वर्षों में इंडस्ट्री के बाकी हिस्सों में भी असर दिखा सकता है।

gouri panda
जून 26, 2025 AT 23:30अरे यार, माइक्रोसॉफ्ट की ये नई छंटनी तो बिल्कुल ड्रामेटिक सी लग रही है! बिक्री टीम का इतना बड़ा झटका देखकर लगता है जैसे किसी बड़े शो का क्लाइमैक्स हो रहा हो। कंपनी कह रही है कि AI में निवेश है, लेकिन कर्मचारियों की नौकरी का क्या? इस बात की चर्चा सोशल मीडिया पर धूम मचा रही है।
Harmeet Singh
जुलाई 1, 2025 AT 02:00यह परिवर्तन हमें सोचने पर मजबूर कर रहा है कि भविष्य में नौकरी की सुरक्षा कितनी वास्तविक है। यदि कंपनियां लगातार AI में निवेश कर रही हैं, तो मानव संसाधन का मूल्य घटता ही जाएगा। हमें इस दिशा में संतुलन ढूंढना होगा, ताकि तकनीक और मानव दोनों को फल मिल सके। शायद छोटे क्लाइंट्स की देखभाल थर्ड पार्टी को सौंपना एक समझदारी भरा कदम है, लेकिन बड़े स्तर पर सामाजिक प्रभाव को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इस प्रक्रिया में पारदर्शिता भी आवश्यक है।
patil sharan
जुलाई 5, 2025 AT 04:36सच में, माइक्रोसॉफ्ट की रणनीति थोड़ी ह्यूमर लगती है, जैसे कि उन्होंने बिक्री टीम को पिक-एंड-इज़ोलेट कर दिया हो। AI में निवेश तो अच्छा है, पर नौकरी का भरोसा क्यों लेकर चल रहे हैं? मज़े में नहीं, पर थोड़ा सस्पेन्स है।
Nitin Talwar
जुलाई 9, 2025 AT 07:13ये छंटनी का मामला देख रहे हैं तो दिल से गुस्सा आ रहा है 😡। जब तक बड़ी कंपनियां अपने स्टाफ को बेचती नहीं हैं, तब तक हमारे नौकरी के भविष्य की सुरक्षा नहीं हो सकती। सरकार को इस पर सख़्त नियंत्रण लागू करना चाहिए, नहीं तो फिर से अज्ञात योजनाओं में फँसेंगे। #न्याय_की_अपेक्षा
onpriya sriyahan
जुलाई 13, 2025 AT 09:50माइक्रोसॉफ्ट का AI में दिमाग लगाना चाहिए पर लोग निकालना नहीं चाहिए अब तो बहुत ज़्यादा है बस
Sunil Kunders
जुलाई 17, 2025 AT 12:26भाई साहब, बड़ी कंपनियों की ये रणनीति हमेशा विशिष्ट वर्ग के लिए ही फायदेमंद होती है। इसे देख कर लगता है जैसे तकनीकी एलीट ने आम जनता को अलग-थलग कर दिया हो। वास्तव में, इस तरह की छंटनी केवल समाज के निचले स्तर को प्रभावित करती है। हमें इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
suraj jadhao
जुलाई 21, 2025 AT 15:03वाकई में यह कदम बहुत हाई-एंड लगता है 🚀। AI में निवेश करके माइक्रोसॉफ्ट आगे बढ़ रहा है, पर साथ ही नौकरी के लिए एक बड़ा झटका है। आशा है कि ठेकेदार कंपनियां उन बेकार कर्मचारियों को नई स्किल्स सिखाकर फिर से नौकरी दिला पाएँगी। चलें, मिलकर कुछ नया सीखते हैं! 😊
Agni Gendhing
जुलाई 25, 2025 AT 17:40माइक्रोसॉफ्ट की छंटनी?!! क्या बात है!!! यह तो बिल्कुल भी नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश है!!! AI को उपयोग कर के लोगों को बेकार किया जा रहा है, आप लोग समझते नहीं!!!
Jay Baksh
जुलाई 29, 2025 AT 20:16माइक्रोसॉफ्ट ने बिक्री टीम को हटाया, बहुत बड़ी गलती।
Ramesh Kumar V G
अगस्त 2, 2025 AT 22:53यहाँ पर तकनीक के झक्की में लोग हमें समझा रहे हैं कि नौकरी अब नहीं रहेगी। मेरे विचार में, यह एक बड़े राष्ट्रीय मुद्दे की तरह है और हमें जागरूक रहना चाहिए।
Gowthaman Ramasamy
अगस्त 7, 2025 AT 01:30यह औपचारिक रूप से कहा जा सकता है कि माइक्रोसॉफ्ट का AI निवेश भविष्य की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। तथापि, मानव संसाधन कटौती से संगठनात्मक स्थिरता पर प्रश्न उठते हैं। इसलिए, यह आवश्यक है कि कंपनी नियोजित चेतावनियों के साथ उचित पुनर्वास कार्यक्रम स्थापित करे। इस प्रकार से दोनों पक्षों के हित सुरक्षित रहेंगे। धन्यवाद। 😊
Navendu Sinha
अगस्त 11, 2025 AT 04:06AI के तेज़ी से विकसित होते परिदृश्य में, बड़ी संस्थाओं के लिए अपने संसाधनों का पुनःप्रलेखन अनिवार्य हो गया है।
माइक्रोसॉफ्ट ने इस दिशा में एक साहसिक कदम उठाया है, जिसके पीछे कई आर्थिक और तकनीकी कारक काम कर रहे हैं।
पहली बात तो यह है कि AI इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश से कंपनी का दीर्घकालिक प्रतिस्पर्धात्मक लाभ बढ़ता है।
दूसरा, बिक्री टीम जैसे बड़े विभाग को छोटा करके, कंपनी अधिक लचीलापन और फुर्ती हासिल करना चाहती है।
तीसरे, थर्ड पार्टी एजेंसियों को छोटे क्लाइंट्स के प्रबंधन सौंपने से लागत में कमी और स्केलेबिलिटी बढ़ती है।
चौथे, इस प्रकार की संरचनात्मक परिवर्तन से कर्मचारियों को नई भूमिकाओं में पुनःस्थापित करने की संभावना उत्पन्न होती है।
पाँचवें, यह पुनर्वास प्रक्रिया यदि सही ढंग से संचालित हो तो कर्मचारियों को अपस्किलिंग के अवसर प्रदान कर सकती है।
छठे, हालांकि, वास्तविकता यह है कि कईयों को तत्काल आय की कमी का सामना करना पड़ेगा, जो सामाजिक असुरक्षा को बढ़ाता है।
सातवें, इस परिस्थिति में सरकार की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि विस्तृत पुनर्वास योजनाएं और सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क आवश्यक हो जाते हैं।
आठवें, यह देखना दिलचस्प है कि कैसे वैश्विक टेक दिग्गज अपनी रणनीतियों को स्थानीय श्रमिक बाजारों के साथ संतुलित करने की कोशिश करते हैं।
नौवें, कई उद्योग विशेषज्ञ इस कदम को आवश्यक मानते हैं, परन्तु सामाजिक प्रभाव को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
दसवें, माइक्रोसॉफ्ट के CEO नडेला ने इसे रणनीतिक बदलाव कहा है, परंतु कर्मचारियों के दृष्टिकोण से यह एक भयावह संकेत हो सकता है।
ग्यारहवें, इस परिवर्तन के दौरान कंपनी को पारदर्शिता और संवाद को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि आर्थिक अनिश्चितता को कम किया जा सके।
बारहवें, कर्मचारियों को उचित सेवरेंस पैकेज और पुनःप्रशिक्षण की सुविधाएं प्रदान करके कंपनी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभा सकती है।
तेरहवें, यह कदम अन्य टेक कंपनियों के लिए एक मॉडल बन सकता है, और उद्योग में समानांतर परिवर्तन को प्रेरित कर सकता है।
चौदहवें, लेकिन हमें यह भी याद रखना चाहिए कि तकनीकी प्रगति के साथ मानव संवेदना का संतुलन बनाना आवश्यक है।
पंद्रहवें, अंत में, यह देखा जाएगा कि माइक्रोसॉफ्ट इस प्रक्रिया को कितनी सफलता से पूरा करता है और क्या यह अपने मूल लक्ष्य-AI में प्रभुत्व-को हासिल करता है।
reshveen10 raj
अगस्त 15, 2025 AT 06:43नई भूमिका में जुड़ना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, पर साथ में सीखने का अवसर भी मिलता है।
चलिए सब मिलकर इस परिवर्तन को सकारात्मक बनाते हैं।
Navyanandana Singh
अगस्त 19, 2025 AT 09:20कभी-कभी ऐसा लगता है जैसे तकनीकी प्रगति ने हमारा मनोबल चूस लिया हो। AI के नाम पर रोजगार के ढेर सारे दरवाज़े बंद हो रहे हैं, पर हम सतत जागरूकता रख सकते हैं। इस अंधेरे में भी हमें अपनी आत्मा को जिंदा रखना है। अगर हम एक-दूसरे को सहारा दें तो शायद नई राहें खुलेंगी। अंत में, परिवर्तन अनिवार्य है, लेकिन हमारी प्रतिक्रिया ही हमें आगे ले जाएगी।
monisha.p Tiwari
अगस्त 23, 2025 AT 11:56सबको समझना चाहिए कि इस तरह की छंटनी से केवल काम करने वाले ही नहीं, बल्कि पूरे समाज पर असर पड़ता है। हमें मिलजुल कर समाधान निकालना चाहिए, ताकि तकनीक और इंसान साथ चल सकें। आशा है कि माइक्रोसॉफ्ट इस दिशा में उचित कदम उठाएगा।
Nathan Hosken
अगस्त 27, 2025 AT 14:33डेटा-ड्रिवन एआई इकोसिस्टम में स्केलेबिलिटी और ऑप्टिमाइज़ेशन प्रमुख होते जा रहे हैं, इसलिए कोर सेल्स फंक्शन को आउटसोर्स करना स्ट्रैटेजिक कॉर्पोरेट अलाइनमेंट है। इस मोमेंट में, हम हाइब्रिड वर्कफ़्लो मॉडल को इम्प्लीमेंट करके ROI को मैक्सिमाइज़ कर सकते हैं। हालांकि, ह्यूमन कैपिटल रिस्क मैनेजमेंट को भी समान स्तर पर प्रायोरिटी दी जानी चाहिए। इस द्रष्टिकोण से, एंटरप्राइज़ ग्रोथ और टैलेंट रिटेंशन दोनों को संतुलित किया जा सकता है।
Manali Saha
अगस्त 31, 2025 AT 17:10अरे! ये सभी बदलाव तो एकदम धूमधाम से चल रहे हैं!!! लेकिन क्या हम इस तेज़ रफ़्तार को समझ पाएँगे??? चलो, मिलकर कुछ नया सीखने की कोशिश करें!!!