के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 21 अक्तू॰ 2024 टिप्पणि (0)
लिवरपूल की प्रीमियर लीग में धमाकेदार वापसी
शनिवार, 20 अक्टूबर, 2024 की शाम को लिवरपूल ने अपनी जबरदस्त स्पर्धात्मकता और दृढ़ता का प्रदर्शन करते हुए चेल्सी के खिलाफ एक यादगार जीत हासिल की। यह मैच पूरी तरह से उत्साहित करने वाला था, जहां लिवरपूल ने 2-1 से जीत हासिल की और प्रीमियर लीग की शीर्ष स्थान पर अपनी वापसी तय की। लिवरपूल के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे क्लब के नये कोच अरने स्लोट की रणनीतियाँ भी काफी सराहनीय रहीं।
मोहम्मद सलाह की जबरदस्त पेनल्टी
मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत दिखाई। पहले हाफ के 28वें मिनट में लिवरपूल के स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह ने शानदार पेनल्टी किक के जरिए लिवरपूल को बढ़त दिलाई। चेल्सी की रक्षापंक्ति उसे रोकने के लिये आगे बढ़ी, लेकिन सलाह के अनुभव और लचीलापन ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। इस पेनल्टी ने दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया।
वीएआर रीव्यू ने बदला मैच का रुख
पहले हाफ के अंतिम मिनटों में चेल्सी ने अपने हमलों से लिवरपूल पर दबाव बनाने की कोशिश की। इस दौरान 45+3' मिनट में लिवरपूल को एक और पेनल्टी मिली। हालांकि, वीएआर समीक्षा के बाद पेनल्टी को रद्द कर दिया गया, जिससे चेल्सी के उत्साह को थोड़ा संजीवनी मिली। यह निर्णय मैच के प्रमुख मोड़ के रूप में उभरा, लेकिन लिवरपूल का आत्मविश्वास इससे कम नहीं हुआ।
चेल्सी का संघर्ष
चेल्सी ने मैच में हार नहीं मानी और बराबर का संघर्ष जारी रखा। उन्होंने कई अवसर बनाए लेकिन लिवरपूल की रक्षात्मक योजनाएँ और गोलकीपर अलिसन का शानदार प्रदर्शन उनके हर हमले को विफल कर देता रहा। चेल्सी ने फुटबॉल की श्रेष्ठता दिखाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन भाग्य ने लिवरपूल का साथ दिया।
ऐतिहासिक जीत की तरफ बढ़ता लिवरपूल
अंततः, 90 मिनट का खेल खत्म होने पर लिवरपूल ने 2-1 से ऐतिहासिक जीत हासिल की। इस जीत ने उन्हें लीग टेबल में महत्वपूर्ण शीर्ष स्थान पर ला खड़ा किया। दर्शकों को भी इस जीत ने मध्य तक रोमांचित किया और उन्होंने खिलाड़ियों के उत्साह के लिए तालियों की गूंज से मैदान को गूंजा दिया।
अरने स्लोट की रणनीति की जीत
यह जीत केवल खिलाड़ियों के शारीरिक प्रयास का परिणाम नहीं थी, बल्कि अरने स्लोट की रणनीतियों और मार्गदर्शन ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने टीम को बेहद सुनियोजित तरीके से मैदान पर उतारा और खेल के हर पहलू पर ध्यान केंद्रित किया। उनकी कोचिंग ने फर्क पैदा किया और लिवरपूल को प्रीमियर लीग में शीर्ष स्थान पर फिर से कायम किया।
लिवरपूल की इस विजय से यह साबित हो गया है कि वे इस सत्र में गंभीर और मज़बूत दावेदार हैं। आने वाले मैचों में टीम के फॉर्म को देखने वाली बात ये होगी कि क्या वे अपनी यह शानदार धार बनाए रखते हैं या नहीं।