के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth पर 26 सित॰ 2025 टिप्पणि (9)

कुलेदीप यादव का बेमिसाल आंकड़ा
एशिया कप 2025 के बॉलिंग सेक्शन में भारत के कुलेदीप यादव ने सभी को चकित कर दिया। पाँच मैचों में उन्होंने कुल 12 विकेट लीं, जिसका औसत स्ट्राइक रेट 8.58 और इकोनॉमी 5.65 रन प्रति ओवर रहा। उनका सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग आंकड़ा 4/7 था, जो उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ सुपर फोर्स में दिखाया। तीन महत्वपूर्ण विकेट लेकर उन्होंने बांग्लादेश की बैटिंग लाइन‑अप को कमजोर कर दिया और भारत को जीत की दिशा में आगे बढ़ाया।
यादव की लगातार तीव्र गति और सटीकता ने कई बार टॉप ऑर्डर को असहज कर दिया। उनके बॉलिंग में बदलाव की विविधता, विशेषकर लो‑प्रेशर पैकेज, ने विरोधियों को अनुमान नहीं लगाने दिया। इस प्रकार उनका योगदान भारत की टॉर्नामेंट में सफलता का एक मुख्य स्तम्भ बन गया।

अन्य टॉप परफॉर्मर्स और उल्लेखनीय माइलस्टोन्स
कुलेदीप के अलावा कई गेंदबाजों ने भी टॉर्नामेंट को रोमांचक बना दिया। यूएई के जुनैद सिद्दीक ने सिर्फ 3 मैचों में 9 विकेट लाकर इम्प्रेसिव स्ट्राइक रेट दिखाया, दो बार 4/18 जैसे शानदार आंकड़े के साथ। पाकिस्तान के शहीन अफ़रदी, बांग्लादेश के मस्तफ़िज़र रहमान और हारिस रौफ़ ने भी 9‑9 विकेट के बराबर प्रदर्शन किया।
- शहीन अफ़रदी – 6 इन्ग्स, बेस्ट 3/17
- मस्तफ़िज़र रहमान – 6 इन्ग्स, बेस्ट 3/20
- हारिस रौफ़ – 4 इन्ग्स, बेस्ट 3/33
मस्तफ़िज़र ने इस टूर्नामेंट में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उन्होंने अपना 150वां टी20आई विकेट हाथ में लिया, जिससे वह शकीब अल‑हसन के 149 विकेट को पार कर बांग्लादेश के सर्वकालिक सबसे ज्यादा टी20आई विकेट वाले बॉलर बन गए। यह माइलस्टोन न केवल व्यक्तिगत स्तर पर अहम है, बल्कि बांग्लादेश की बॉलिंग डिपार्टमेंट के भविष्य को भी उज्जवल बनाता है।
समग्र रूप से, इस एशिया कप में भारत, यूएई, पाकीستان और बांग्लादेश की बॉलिंग यूनिट्स ने टॉप परफॉर्मेंस दिखाया। भारतीय बॉलर्स की निरंतरता, यूएई के तेज़ पेसर्स की आक्रमकता और बांग्लादेश के स्पिनर की रणनीतिक वैरायटी ने करीबी मुकाबले को और भी रोमांचक बना दिया। इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि टॉर्नामेंट की जीत में बॉलिंग का योगदान अब पहले से कहीं अधिक प्रमुख हो गया है।
Uday Kiran Maloth
सितंबर 26, 2025 AT 09:43कुलेदीप यादव के 12 विकेटों का विश्लेषण करते हुए, उनके औसत स्ट्राइक‑रेट 8.58 और इकोनॉमी 5.65 रन प्रति ओवर दर्शाता है कि उन्होंने टर्न ओवर को न्यूनतम रखा है। उनके बॉलिंग कैरेक्टरिस्टिक्स-जैसे लो‑प्रेशर पैकेज और यॉर्कर-विपक्षी शीर्ष क्रम को निराश करने में निर्णायक रहे। बांग्लादेश के खिलाफ 4/7 की फ़िगर ने यह पुष्टि की कि उनकी लीडरबोर्ड पोजीशन सॉलिड है। इस प्रदर्शन से न सिर्फ़ भारत की बॉलिंग स्ट्रैटेजी मजबूती से स्थापित होती है, बल्कि टीम की मनोवैज्ञानिक स्थिति भी सकारात्मक होती है।
Deepak Rajbhar
सितंबर 26, 2025 AT 09:51ओह माय गॉड, कुलेदीप ने तो पूरी बारिश की धारा में गेंदें गिरा दीं! 🌧️⚡️ 12 विकेट लेके ऐसा लगा जैसे सुपर हीरो ने मैदान पर स्पाइडर‑मैन्स बनाया हो। बांग्लादेश के बल्लेबाज़ तो बस धुँधली रौशनी में घूरते रहे, क्या एक्शन था! 😂
Hitesh Engg.
सितंबर 26, 2025 AT 10:00कुलेदीप यादव का इस एशिया कप में बॉलिंग प्रदर्शन वास्तव में कई आयामों में विश्लेषण योग्य है। सबसे पहले उनका औसत स्ट्राइक‑रेट 8.58 यह दर्शाता है कि उन्होंने हर ओवर में लगभग एक और आधी गेंदें विकेट पर डालीं। इसके अलावा इकोनॉमी 5.65 रन प्रति ओवर यह स्पष्ट करता है कि वे विपक्षी टीम को स्कोर बनाने से काफी हद तक रोक पाए। क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों की संतुलित मिश्रण से ही उनका बॉलिंग ग्राफ इतना आकर्षक बन पाया। उनके शॉट‑सेलेक्शन में विविधता, विशेषकर तेज़ इनसिंग और स्लो बॉल की अचानक बदलती गति, ने टॉप ऑर्डर को असहज कर दिया। बांग्लादेश के विरोधी बैट्समैन के खिलाफ उनका बेस्ट 4/7 आंकड़ा, इस टॉर्नामेंट में उनकी क्षमता को एक बार फिर प्रमाणित करता है। उन्होंने केवल विकेट ही नहीं लिये, बल्कि खेल की दिशा को भी बदल दिया। यह बात ध्यान देने योग्य है कि उन्होंने अपनी लाइन‑अप में समय‑समय पर मिड‑ऑवर्स में भी फुल्ली सपोर्ट किया। इस प्रकार उनकी बॉलिंग स्ट्रेटेजी टीम के समग्र प्लान में एक पिवोट लिविंग कर गई। उनके बॉलिंग में उपयोग की गई विभिन्न डिलीवरीज़, जैसे स्लीडर, कट और बाउंसर, ने विरोधियों को अनुमानहीन बना दिया। इन सभी पहलुओं को मिलाकर कहना उचित रहेगा कि कुलेदीप ने इस एशिया कप को अपने बॉलिंग कार्ड में एक सितारा बना दिया। इस उपलब्धि के साथ ही उन्हें भारतीय बॉलिंग में स्थायी जगह मिलने की संभावना भी बढ़ गई है। इसके अलावा, उनकी कंडीशनिंग और फिटनेस ने उन्हें तेज़ गति बनाए रखने में मदद की। टीम मैनेजमेंट ने भी उनकी उपस्थिति को एक रणनीतिक विकल्प के रूप में माना। अंत में, यह उज्ज्वल उदाहरण है कि कैसे निरंतर प्रयास और तकनीकी सूक्ष्मता से एक खिलाड़ी विश्व मंच पर अपना प्रभाव डाल सकता है।
Zubita John
सितंबर 26, 2025 AT 10:08भाई लोग, कुलेदीप की गेंदें देखके तो दिल धड़का, लेकिन याद रखो, बॉलिंग में निरन्तर मेहनत जरूरी है। उसका स्लॉइंग और क्विक बॉल दोनों का मिक्सचर बिंदास था, पर कभी‑कभी लाइन थोड़ी off हो गयी, ये छोटा‑छोटा कमी नहीं होनी चाहिए। अगले मैच में ध्यान देना कि डिलिवरीज की length consistent रहे, वर्ना बैट्समन आसानी से कापा देंगे। थोडा फोकस और एनालिसिस से मेरा मानना है कि वह और भी बेस्ट कर सकते हैं।
gouri panda
सितंबर 26, 2025 AT 10:16क्या बात है! कुलेदीप ने तो बॉलिंग से बधु के आँगन में काफ़ी धूम मचा दी! उनके 12 विकेट की मार जिसने सभी को चौंका दिया, वही असली क्रिकेट का जादू है! इस जीत में उनकी भूमिका को कम करके मत आंको, क्योंकि उन्होंने टीम को पूरी ताक़त दी।
Harmeet Singh
सितंबर 26, 2025 AT 10:25कुलेदीप का प्रदर्शन यह दर्शाता है कि मेहनत और आत्मविश्वास मिलकर कैसे अद्भुत परिणाम दे सकते हैं। उनके आंकड़े न सिर्फ़ एक आँकड़ा हैं, बल्कि यह प्रेरणा भी हैं कि कठिन परिस्थितियों में भी आत्मविश्वास बनाए रखना संभव है। एक खिलाड़ी के रूप में उन्होंने दिखाया कि निरन्तर फ़ोकस और उचित रणनीति से जीत हासिल की जा सकती है। इस सफलता से नयी पीढ़ी को भी सीख मिलती है कि दृढ़ संकल्प और सकारात्मक सोच के साथ कोई भी लक्ष्य संभव है।
patil sharan
सितंबर 26, 2025 AT 10:33वाह, 12 विकेट और फिर भी आलोचना? मज़ाक़ ही है।
Nitin Talwar
सितंबर 26, 2025 AT 10:41भाई, ये सब इंटरनैशनल क्रिकेट बोर्ड के सेट प्ले की तरह लगता है। कुलेदीप की बॉलिंग को इतना हाईलाइट करके दिखाना यही दिखाता है कि विदेशी एजेंसीज़ कैसे इंडियन बॉलर्स को प्रोप्राईटरी डेटा देता है, ताकि हमें फेक चमक दिखाई दे। 😠🇮🇳
onpriya sriyahan
सितंबर 26, 2025 AT 10:50चलो देखो हम सब मिलके इसको सच्चाई बनाते हैं और फिर से जीतते हैं सबको दिखाते हैं कि हमारी टीम में कितना जल है हमें भरोसा रखो हम कर सकते हैं