के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth पर 20 नव॰ 2024 टिप्पणि (11)

अर्जेंटीना की मजबूत पकड़: 2026 विश्व कप के करीब
दक्षिण अमेरिकी विश्व कप क्वालीफाइंग में अर्जेंटीना ने पेरू पर 1-0 की महत्वपूर्ण जीत हासिल की है। लाउटारो मार्टिनेज ने इस मैच में अपने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और 55वें मिनट में हेडर से गोल किया। इस गोल के साथ ही लियॉनल मेसी के सटीक क्रॉस का पूरा लाभ उठाते हुए उन्होंने अर्जेंटीना को एक महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई। मार्टिनेज के इस गोल ने उन्हें अर्जेंटीना के पांचवें सर्वोच्च स्कोरर की सूची में शामिल कर दिया है, जिसमें वे दिग्गज डिएगो माराडोना के बराबर आ गए हैं।
अर्जेंटीना की इस जीत का महत्व इसलिए भी ज्यादा हो जाता है क्योंकि टीम अब 2026 फीफा विश्व कप के लिए अपनी जगह पक्की करने की बहुत करीब पहुंच चुकी है। 12 मैचों में अर्जेंटीना ने 25 अंक बना कर शीर्ष स्थान पर मजबूती से कब्जा जमा रखा है। पेरू के खिलाफ मिली इस जीत ने टीम के आत्मविश्वास को और भी ऊंचा कर दिया है।
ब्राजील की चुनौतीपूर्ण स्थिति
दूसरी ओर, ब्राजील के लिए स्थिति उतनी उज्जवल नहीं दिख रही है। उरुग्वे के खिलाफ खेले गए मैच में ब्राजील को 1-1 की बराबरी पर रहना पड़ा है। फेडेरिको वाल्वरडे ने उरुग्वे के लिए मैच का पहला गोल किया, जिससे टीम को पहली बढ़त मिली। हालांकि, जर्सन ने सिर्फ सात मिनट बाद ही गोल कर ब्राजील के लिए स्कोर बराबर कर दिया, लेकिन यह ड्रॉ ब्राजील के लिए चिंता का कारण बन गया है।
क्वालीफिकेशन के इस महत्वपूर्ण चरण में यह ड्रॉ ब्राजील को पांचवे स्थान पर छोड़ देता है, जिसमें टीम को अब 18 अंकों के साथ कोलंबिया और इक्वाडोर से एक-एक अंक पीछे रहना पड़ रहा है। इससे जाहिर होता है कि आने वाले मैच ब्राजील के लिए कितने महत्वपूर्ण होंगे, जहां टीम को अपनी स्थिति सुधारने और विश्व कप के लिए कड़ा संघर्ष करने की आवश्यकता होगी।
दक्षिण अमेरिकी टीमों की अन्य मुकाबले
अन्य दक्षिण अमेरिकी मुकाबलों में, इक्वाडोर ने 10 खिलाड़ियों के साथ खेल कर भी कोलंबिया के खिलाफ 1-0 से जीत दर्ज की। पीरो हिंकापी के 34वें मिनट में लाल कार्ड मिलने के बावजूद, एनर वलेन्सिया ने सातवें मिनट में शानदारी गोल करके अपनी टीम को महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
बोलीविया और पराग्वे के बीच का मैच 2-२ के ड्रॉ पर समाप्त हुआ, जिससे दोनों ही टीमों के बीच सातवें स्थान के प्लेऑफ स्पॉट के लिए कड़ा मुकाबला जारी रहेगा। दूसरी ओर, चिली ने वेनेजुएला के खिलाफ 4-2 से शानदार जीत दर्ज की, जिसमें एडुआर्डो वर्गास और लुकास सेपेडा के साथ टॉमस रिनकॉन के आत्मघाती गोल ने भी भूमिका निभाई।
अर्जेंटीना और ब्राजील जैसी बड़ी टीमों के मुकाबले अभी भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, लेकिन इसके अलावा अन्य टीमें भी अपनी दावेदारी पेश करने में पीछे नहीं हैं। मार्च में आगे आने वाले मुकाबले दक्षिण अमेरिकी टीमों की क्वालीफिकेशन की स्थिति को और अधिक स्पष्ट करेंगे।
Hitesh Engg.
नवंबर 20, 2024 AT 13:26अर्जेंटीना की जीत सच में टीम की मेहनत का फल है। लाउटारो मार्टिनेज का हेडर गोल परफेक्ट टाइमिंग दिखाता है। मेसी का सही पास हर किसी को पता है कि वह कितना महत्त्वपूर्ण था। इस जीत से क्वालीफाइंग तालिका में अर्जेंटीना की पोजिशन और मजबूत हुई है। 12 मैचों में 25 अंक बनाकर टीम ने स्थिरता दिखा दी है। हर मैच में डिफेंडर और मिडफ़ील्डर का संतुलन देखा गया है। कोच की स्ट्रैटेजी ने दफन होते मौके को मोका बना दिया। फ़ॉर्मेशन में लचीलापन दिखा, जिससे विरोधी टीम को घुमाने में मुश्किल हुई। पेरू की रक्षा लाइन कई बार टूटती दिखी, पर हमले में दबाव बना रहा। मार्टिनेज का नया रिकॉर्ड माराडोना के बराबर होना बड़ी बात है। इस कदम से युवा खिलाड़ी भी प्रेरित होंगे। फैन बेस का उत्साह भी बढ़ा है, सोशल मीडिया पर चर्चा गर्म है। आने वाले मैचों में टीम को खुद को साबित करना होगा, लेकिन अभी का प्रदर्शन बहुत सकारात्मक है। अगर इस मोमेंटम को बरकरार रखा गया तो 2026 विश्व कप में सलामती से जगह पक्की होगी। कुल मिलाकर, अर्जेंटीना का क्लीयर प्लान और फोकस ही जीत की कुंजी है। इस जीत से उम्मीदों की लहर पूरे महाद्वीप में फैली है। बात यह भी है कि टीम ने दबाव में कमाल का डिसिप्लिन दिखाया, जिससे भविष्य में भी उन्हें फायदा होगा।
Zubita John
नवंबर 20, 2024 AT 14:26यार मार्टिनेज का हेडर तो बड्डा बम जइसा था, वाकई में ग्रूव में गिड़गिड़ा! कोच ने जो टक्टिक लगाई थी, वो नॉस्टालजिक लेकिन इफ़ेक्टिव थी, पता नईं क्यूँ एनीवर्सरी वाइब्ज निकलते हैं। वैर फॉर्मेशन को झकास किक‑ऑफ़ लगा, और पेरू की डिफ़ेंस तो जैसे जेल‑ब्रेकिंग कर रही थी। इस बॉल पैसिंग के शोर में सुनाओ तो मन बॉल‑बॉल गाएगा! मौज कर लेते हैं, टीम का एनीमेशन भी हाई लेवल पर था।
gouri panda
नवंबर 20, 2024 AT 15:26वाह! इस जीत को देख के दिल धड़कन राॉका-टोकाह हो गया! लाउटारो ने सिर से ओफ़्फ़र में बॉल को फ़्लिप कर दिया, जैसे कोई सिनेमाई क्लाइमैक्स हो। मेसी का पास... ओह! जैसे फ़िल्म में सस्पेंस की धुनी, और गोल की आवाज़ में फिर से दर्द और खुशी का मेल। पेरू की लाइन तो नहीं देखी, बस हवा में उछलते सट्टे जैसे दिखे! इस जीत से अर्जेंटीना का गौरव फिर से समुद्र की लहरों जैसे उठ रहा है। हम सब के दिल में जश्न की ध्वनि गूँज रही है।
patil sharan
नवंबर 20, 2024 AT 16:40हूँ, ड्रॉ तो ड्रॉ ही रहता है, लेकिन हमको कैसे पता था कि ब्राज़ील फिर भी रॉक स्टार बन जाएगा।
Nitin Talwar
नवंबर 20, 2024 AT 17:40ब्राज़ील का ड्रॉ अजीब है, क्या फेडरल के पीछे कोई षड्यंत्र तो नहीं? 🤔 ऐसा लगता है कि बड़े गोल्फ़ क्लब के लोग मैच को कंट्रोल कर रहे हैं, ताकि वे खुद को हीरो दिखा सकें। अगर आप देखो तो उरुग्वे का गोल भी कुछ हद तक प्लान्ड लगता है, जैसे किसी ने स्टेज सेट किया हो। हमारी टीम को इस तरह के खेल में नहीं खेलना चाहिए, सच में ⚽️ निराशाजनक है।
onpriya sriyahan
नवंबर 20, 2024 AT 18:40ये क्वालीफाइंग वाला दाउडावाला मैच वाकई में इनरजेटिक था एनी ऊर्जा से भरपूर टीम ने फुल थ्रिल दी और फैंस भी टोटली हाइप में रहे
nayan lad
नवंबर 20, 2024 AT 19:40अर्जेंटीना ने सही प्लान के साथ जीत हासिल की।
Govind Reddy
नवंबर 20, 2024 AT 20:40समय के प्रवाह में प्रत्येक जीत एक क्षणिक प्रतिफल है, परंतु जिसका अर्थ केवल अंक नहीं बल्कि आत्म-अनुभूति है। जब टीम सामूहिक चेतना को जागरूक करती है, तो परिणाम स्वाभाविक रूप से उभरेगा। इस प्रकार, अर्जेंटीना की जीत केवल एक स्कोर नहीं, बल्कि एक सृजनात्मक प्रक्रिया का परिणाम है।
KRS R
नवंबर 20, 2024 AT 21:40ब्राज़ील को अभी भी बहुत काम बकाया है।
Uday Kiran Maloth
नवंबर 20, 2024 AT 22:40दक्षिण अमेरिकी क्वालीफाइंग में अर्जेंटीना की निरंतर प्रगति और ब्राज़ील की अस्थिर स्थिति दोनों ही दर्शाते हैं कि प्रतिस्पर्धात्मक संतुलन में रणनीतिक पहलुओं का महत्व अत्यधिक है। विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण से देखा जाए तो अर्जेंटीना का उच्च अनुक्रमणांक तथा पेरू के विरुद्ध निर्णायक जीत, टीम की टैक्टिकल दक्षता को उजागर करती है, जबकि ब्राज़ील की ड्रॉ स्थिति सूचक है कि आगामी मुकाबलों में गोल अंतर और पॉइंट संचय आवश्यक होगा। इस संदर्भ में, कोलंबिया और इक्वाडोर के साथ अंक अंतर को पाटने हेतु आक्रामक आक्रमण और मजबूतीपूर्ण रक्षा दोनों पर बल देना आवश्यक प्रतीत होता है।
Deepak Rajbhar
नवंबर 20, 2024 AT 23:40अरे यार, तुम्हारी बातों में तो विज्ञान की तरह फॉर्मूले लगते हैं, लेकिन असली फुटबॉल में तो कभी‑कभी दिल की बीन भी काम आती है। इस सब को पढ़ते‑पढ़ते मेरा दिमाग थक गया, वैसे भी ड्रॉ में तो ब्राज़ील ही खड़ा रहता है, है ना? 😂