के द्वारा प्रकाशित किया गया Krishna Prasanth पर 10 जुल॰ 2024 टिप्पणि (19)
गंभीर बने मुख्य कोच, टीम इंडिया के लिए नया दौर
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। राहुल द्रविड़ के सफलतम कार्यकाल के बाद, अब यह जिम्मेदारी गंभीर के कंधों पर है कि वे टीम की गति और मजबूती को बनाए रखें। गंभीर जिनकी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने IPL खिताब जीता था, अब राष्ट्रीय स्तर पर अपने अनुभव को दोहराने की कोशिश करेंगे।
गंभीर को यह मौका तब मिला है जब भारतीय क्रिकेट टीम हाल ही में T20 विश्व कप में जीत हासिल कर आई है। इस के बाद, टीम के सामने कई महत्वपूर्ण प्रतियोगिताएं हैं, जिसमें उनकी पहली परीक्षा जुलाई में श्रीलंका के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज होगी। इस अवधि में, उनका मुख्य ध्यान टीम की कमजोरी क्षेत्रों को पहचानने और नई रणनीतियों को विकसित करने पर होगा।
महत्वपूर्ण फैसले और चुनौती
गंभीर का मुख्य कोच के रूप में सबसे पहली चुनौती टीम के लिए सही कप्तान का चयन करना होगी। वर्तमान में, भारतीय क्रिकेट टीम एक परिवर्तनशील स्थिति में है, जहां नए खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा है और पुराने खिलाड़ियों को सही समय पर रिटायर किया जा रहा है। ऐसे में, गंभीर का अनुभव और प्रेरणा महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्हें खिलाड़ियों के साथ मजबूत संबंध बनाने की आवश्यकता होगी ताकि टीम के अंदरुनी समस्याओं को सुलझाया जा सके और उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन को बनाए रखा जा सके।
इसके अलावा, गंभीर को यह भी देखना होगा कि टीम के प्रमुख खिलाड़ियों का फिटनेस स्तर कैसा है और क्या वे महत्वपूर्ण सीरीज और टूर्नामेंट्स के लिए तैयार हैं। उन्हें क्रिकेट कैलेंडर के भारी व्यस्तता के चलते खिलाड़ियों की मानसिक और शारीरिक थकान को भी ध्यान में रखते हुए उनकी उचित रोटेशन नीति बनानी होगी।
प्रमुख खिलाड़ियों के साथ संबंध और समर्थन
गंभीर के लिए, खिलाड़ियों के साथ मजबूत संबंध स्थापित करना एक ओर चुनौती होगी। वे स्वयं एक महान खिलाड़ी रह चुके हैं और उन्हें पता है कि खिलाड़ियों को उच्चतम स्तर पर खुद को कैसे प्रेरित और प्रोत्साहित करना होता है। उनकी इस भूमिका में वे विराट, रोहित, बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ियों के साथ निकटता से काम करेंगे और उनकी क्षमता को और निखारने की कोशिश करेंगे।
गंभीर को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि टीम के युवा खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके मिलें और वे दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर सकें। इसका मुख्य उद्देश्य दीर्घकालिक टीम निर्माण और निरंतर सफलता सुनिश्चित करना होगा। इसके लिए उन्हें खिलाड़ियों की मानसिकता और परिस्थिति को समझते हुए उनके साथ काम करना होगा।
रणनीति और भविष्य के लक्ष्य
टीम की रणनीति को और भी मजबूत बनाना गंभीर के लिए प्राथमिकता होगी। उन्हें यह देखना होगा कि टीम के पास सीमित ओवर्स क्रिकेट और टेस्ट क्रिकेट दोनों में एक अच्छी संतुलित योजना हो। इसके तहत उन्हें बोलिंग, बैटिंग और फील्डिंग सभी क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता होगी।
आगामी वर्ल्ड कप्स और महत्वपूर्ण सीरीज के मद्देनजर, गंभीर को टीम की दीर्घकालिक सफलता के लिए एक स्पष्ट योजना बनानी होगी। इसके लिए उन्हें टीम के बल और कमजोरियों को सही से पहचान कर सही समय पर सही निर्णय लेने होंगे।
आखिरकार, गौतम गंभीर का मुख्य कोच के रूप में चयन निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक नया अध्याय है। उनके अनुभव, नेतृत्व क्षमता और खिलाडियों के साथ मजबूत संबंध टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में गंभीर कैस
े टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जाते हैं।

PRAVIN PRAJAPAT
जुलाई 10, 2024 AT 18:33गौतम गंभीर को कोच बनाना अब तक की सबसे बड़ी गलती है
shirish patel
जुलाई 10, 2024 AT 18:36ओह, नई कोच, नई उम्मीदें, फिर भी वही पुरानी झंझटें!
srinivasan selvaraj
जुलाई 10, 2024 AT 18:41गौतम गंभीर के कोच बनते ही मन में कुछ अजीब सी हलचल टूटती है।
पहले विचार करता हूँ, क्या यह बदलाव वास्तव में टीम को नई ऊर्जा देगा?
समय के साथ ही हम देखेंगे कि उनका रणनीतिक सोच कितनी असरदार है।
एक उम्र भर की खिलाड़ी के रूप में उनका अनुभव तो अपरिचित नहीं है।
लेकिन क्या वह अनुभव कोचिंग की बारीकियों में बदल पाते हैं?
कई बार हमने देखा कि महान खिलाड़ी कोच की कुर्सी पर बैठते‑बैठते उदासीन हो जाते हैं।
एक बार उनका टैलेंट संचार में कमी बनी रही, जिससे टीम को हानि हुई।
अब सवाल यही है, क्या वह इस बार अलग राह अपनाएंगे?
उन्हें खिलाड़ी‑खिलाड़ी के साथ गहरी समझ बनानी होगी, नहीं तो संतुलन टूट जाएगा।
ताज नया चुनौतियों का सामना करने में दरअसल उनकी मानसिक शक्ति में है।
ज़रूरी है कि वे युवा खिलाड़ियों को भरोसा दिलाएँ और उन्हें दबाव में खिला सकें।
हमारे पास पहले से ही एक ताकतवर बैटिंग लाइन‑अप है, पर बॉलिंग में अभी भी गैप हैं।
गंभीर को इन गैप्स को बंद करने की जरूरत है, नहीं तो जीत की उम्मीद टूट सकती है।
उनकी फिटनेस प्रबंधन की नीति भी अहम होगी, क्योंकि टूर‑टाइम बहुत ही तीव्र है।
आखिरकार, यह सब उनके नेतृत्व पर निर्भर करेगा, और हमें धैर्य रखना होगा।
Ravi Patel
जुलाई 10, 2024 AT 18:48गंभीर जी का कोच बनने का फैसला कुछ हद तक समझदारी दिखाता है, क्योंकि उनका अनुभव टीम को दिशा दे सकता है
Piyusha Shukla
जुलाई 10, 2024 AT 18:55विचार की बात है कि इस नए कोचिंग स्टाइल से टीम का टाइम‑टेबल पर क्या असर पड़ेगा, लेकिन यह देखना ज़रूरी है कि यह सिर्फ़ नाम नहीं, काम भी करता है या नहीं
Shivam Kuchhal
जुलाई 10, 2024 AT 19:01भविष्य में भारत के क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए गंभीर कोच जी को शुभकामनाएँ, आशा है कि उनकी रणनीति से टीम का प्रदर्शन और भी चमकेगा
Adrija Maitra
जुलाई 10, 2024 AT 19:08वाह! नया कोच, नया जोश, अब टीम की ताकतों को देखेंगे हमें, देखना ये है कि क्या यह बदलाव हमें नई जीतों की ओर ले जाएगा
RISHAB SINGH
जुलाई 10, 2024 AT 19:15गंभीर कोच को टीम के साथ सुमधुर संबंध बनाना चाहिए, ताकि खिलाड़ियों को सहजता मिल सके और दबाव में बेहतर प्रदर्शन हो
Deepak Sonawane
जुलाई 10, 2024 AT 19:21अगर हम लेंस‑स्ट्रेटेजी के पहलुओं को डिकोड करें तो गंभीर की कोचिंग मॉडल में कई साइमिलरिटीज़ हैं, पर एन्हांसमेंट पॉइंट्स भी स्पष्ट हैं-क्लस्टर्ड बॉलिंग फोकस, डाइنامिक बॅटिंग शिफ्ट्स, एण्ड थ्रेट रिस्पॉन्स प्लान्स।
Suresh Chandra Sharma
जुलाई 10, 2024 AT 19:28गंभीर कोच काबिल हो सकते हैं टीम को नया रुख देने में pals
sakshi singh
जुलाई 10, 2024 AT 19:35गौरतम गंभीर के कोच बनने से पहले उनकी अब तक की उपलब्धियों को देखना चाहिए, क्योंकि एक सफल कोच की पहचान केवल उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड से नहीं, बल्कि उनके खिलाड़ी‑प्रशिक्षण के अनुभव से भी होती है। हम सभी को यह समझना चाहिए कि टीम के भीतर विभिन्न स्तरों पर संतुलन बनाना कितना जटिल कार्य है, और इस प्रक्रिया में उनके नेतृत्व कौशल किस हद तक प्रभावी हो सकते हैं। साथ ही, युवा खिलाड़ियों के विकास पर उनका फोकस किस प्रकार रहेगा, यह भी देखना महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि भविष्य की सफलता बहुत हद तक इन युवा प्रतिभाओं के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। अंततः, हमें उनके निर्णयों को सावधानी से देखना चाहिए और आशा करनी चाहिए कि वे टीम को एक नई दिशा में ले जाने में सफल रहें।
Hitesh Soni
जुलाई 10, 2024 AT 19:41गौतम गंभीर को इस पद हेतु नियुक्त करना एक रणनीतिक त्रुटि प्रतीत होती है, क्योंकि उनका प्रबंधन शैली टीम के समुचित विकास को बाधित कर सकती है।
rajeev singh
जुलाई 10, 2024 AT 19:48भारत के क्रिकेट में सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को समझते हुए, गंभीर कोच का योगदान टीम की पहचान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और अधिक सुदृढ़ कर सकता है।
ANIKET PADVAL
जुलाई 10, 2024 AT 19:55देश के लिये अगर हम राष्ट्रीय अभिमान को बढ़ाना चाहते हैं, तो गंभीर कोच को स्पष्ट रूप से भारतीय परंपराओं और खेल भावना के साथ संरेखित रणनीति अपनानी चाहिए, नहीं तो यह केवल एक अल्पायु प्रयास रहेगा।
Abhishek Saini
जुलाई 10, 2024 AT 20:01गंभर कोच को थोड़ी सॉरख़ी चाहिए जरूर, लेकिन इच्चैकिंग टाइपिंग ग़लतो को ठीक करके बात चल पायेगी।
Parveen Chhawniwala
जुलाई 10, 2024 AT 20:08मैं स्पष्ट रूप से कहता हूँ कि गंभीर कोच बनना उनकी योग्यताओं के विरुद्ध नहीं, बल्कि टीम की रणनीतिक आवश्यकता के हिसाब से होना चाहिए; अन्यथा यह निर्णय प्रबंधन की अज्ञानी नीति को दर्शाता है।
Saraswata Badmali
जुलाई 10, 2024 AT 20:15यह निर्णय वास्तव में कई अत्याधुनिक समस्याओं को बेपरवाही से दरकिनार करता है, क्योंकि गंभीर के कोच बनने से पहले उन्हें व्यापक पिच‑एनालिसिस, बॉलिंग‑कम्प्लेक्सिटी इंटीग्रेशन, और बॅटिंग‑डायनेमिक्स की जटिलताओं पर गहन अध्ययन करना आवश्यक है; अन्यथा टीम का प्रदर्शन सिर्फ़ एक सतही परिवर्तन ही रहेगा, जिससे दीर्घकालिक सफलता के स्थायी स्तम्भ टूट सकते हैं।
sangita sharma
जुलाई 10, 2024 AT 20:21गंभीर जी का कोच बनना एक नई लहर ले कर आएगा, आशा है यह टीम को सकारात्मक दिशा में ले जायेगा और हम सभी को खुशियों से भर देगा!
Nitin Talwar
जुलाई 10, 2024 AT 20:28गंभीर के कोच बनना फिर से वही पुराना प्लॉट है🙂 इस बार कौनसी सरप्राइज़ होगी?