के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 18 जन॰ 2025 टिप्पणि (0)
नए दिशानिर्देश और विवाद
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में BCCI द्वारा जारी किए गए 10-बिंदु दिशा-निर्देशों पर अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की है। यह विवाद ऐसे वक्त सामने आया है जब ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम की घोषणा की जा रही थी। दिशा-निर्देशों में विशेष रूप से लंबे दौरों के दौरान खिलाड़ियों के परिवार के सदस्यों की उपस्थिति को सीमित किया गया है। दिशानिर्देशों के अनुसार, परिवार के सदस्यों को अधिकतम 14 दिनों की अवधि के लिए ही खिलाड़ियों के साथ रहने की अनुमति है, और इससे अधिक की अवधि के लिए कोच की विशेष अनुमति आवश्यक होगी।
रोहित शर्मा की चिंता
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रोहित शर्मा ने BCCI के नए दिशा-निर्देशों की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में यहां तक पूछ लिया कि क्या दिशा-निर्देश वास्तव में BCCI का आधिकारिक रुख है। इस दौरान रोहित की अपने साथी खिलाड़ियों और चयनकर्ता प्रमुख अजीत अगरकर के साथ भी इस मुद्दे पर चर्चा सुनी गई। रोहित ने अगरकर से साफ कहा कि वे BCCI सचिव देवजीत सैकिया के साथ मिलकर इस पर चर्चा करेंगे ताकि खिलाड़ियों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
चयनकर्ताओं की प्रतिक्रिया
चयनकर्ता प्रमुख अजीत अगरकर ने इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लिया। उनके अनुसार, दिशा-निर्देशों में ज्यादातर चीजें पहले से ही लागू हैं और खिलाड़ी स्वयं परिपक्व हैं। अजीत का मानना था कि खिलाड़ी सुपरस्टार होते हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का भली-भांति पता होता है।
टीम की घोषणा और हालिया प्रदर्शन
भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा रोहित शर्मा को कप्तान बनाकर की गई है, और शुबमन गिल को उप-कप्तान की भूमिका सौंपी गई है। टीम में प्रमुख खिलाड़ियों में विराट कोहली, केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह शामिल हैं। हालांकि, पिछले सीज़न में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा, जिसमें श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज हार और घरेलू टेस्ट सीरीज में न्यूज़ीलैंड से 0-3 से हार शामिल है।
भविष्य की संभावनाएं
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं की भूमिका का निर्धारण होना तय है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 20 फरवरी, 2025 को बांग्लादेश के खिलाफ करेगा। खिलाड़ियों और विशेष रूप से रोहित शर्मा के लिए यह समय विचार और पुनरावृत्ति का है कि वे कैसे इन नई दिशाओं में संतुलन बनाते हुए अपने खेल पर भी ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।