के द्वारा प्रकाशित किया गया Vivek Bandhopadhyay पर 4 अग॰ 2024 टिप्पणि (0)
पेरिस ओलंपिक 2024: लवलीना बॉर्गोहिन की कठिन राह
भारतीय बॉक्सर लवलीना बॉर्गोहिन की यह पेरिस 2024 ओलंपिक यात्रा काफी चुनौतीपूर्ण रही। उन्होंने 75 किलो भार वर्ग में जबरदस्त प्रदर्शन किया और क्वार्टरफाइनल तक का सफर तय किया। हालांकि, उनका सामना हुआ चीनी बॉक्सर ली क्यान से, जो पहले से ही दो बार की ओलंपिक पदक विजेता हैं। लवलीना, जिन्होंने 69 किलो वर्ग में टोक्यो 2020 में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, अब नई वेट कैटेगरी में भी अपना लोहा मनवा चुकी थीं।
पिछले प्रदर्शन और सफलता
लवलीना का बॉक्सिंग करियर अनेक उपलब्धियों से भरा रहा है। 2022 में एशियाई चैंपियन बनने से लेकर 2023 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में विजेता बनने तक, उनका कद लगातार बढ़ता गया। इस बार भी उन्होंने पहले राउंड में नॉर्वे की सुनिवा हॉफस्टेड को 5-0 से शिकस्त देकर अपने आत्मविश्वास का परिचय दिया।
लेकिन, क्वार्टरफाइनल के इस मुकाबले में चीनी बॉक्सर ली क्यान के खिलाफ उनकी सारी रणनीतियाँ कुछ हद तक काम नहीं आईं। ली क्यान, जो पहले भी एशियाई गेम्स के फाइनल और चेक गणराज्य के ग्रैंड प्रीक्स में लवलीना को हरा चुकी थीं, ने इस बार भी अपनी अधिकता साबित की।
मुकाबले का वृतांत
क्वार्टरफाइनल मुकाबला शुरू होते ही दोनों बॉक्सरों के बीच तगड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। लवलीना ने अपनी आक्रामकता और बिजली जैसी मूवमेंट से कोशिश की, लेकिन ली क्यान की रणनीति और अनुभव भारी पड़े। पहले ही राउंड से लेकर अंतिम राउंड तक, ली क्यान ने अपनी पकड़ बनाए रखी और अंततः उन्हें विजयी घोषित किया गया।
भविष्य की संभावनाएं
हालांकि लवलीना का इस बार का ओलंपिक सफर क्वार्टरफाइनल में समाप्त हो गया, लेकिन उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें एक मजबूत और दृढ़ खिलाड़ी के रूप में खड़ा किया है। इनके प्रदर्शन से भारतीय बॉक्सिंग के चाहने वालों को गर्व है और उम्मीद है कि आने वाले टूर्नामेंट्स में वे और भी शानदार प्रदर्शन करेंगी।
लवलीना बॉर्गोहिन ने न केवल अपने खेल कौशल से बल्कि अपने धैर्य और कठिन परिश्रम से भी एक मिसाल कायम की है। उनकी यात्रा, जिसमें उन्होंने कई उच्च स्तरीय प्रतिस्पर्धाओं में हिस्सा लिया और नवप्रवर्तन किया, यह साबित करती है कि वे विश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं।
लवलीना का समर्पण और प्रेरणा
लवलीना की कहानी आज़ के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगी। उनका संघर्ष, समर्पण और ऊंचे लक्ष्यों को हासिल करने का जोश सिखाता है कि किसी भी चुनौती को पार करने के लिए मजबूत इरादे और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है।
आशा है कि लवलीना आने वाले समय में अपने प्रदर्शन में और सुधार लाएंगी और देश के लिए नए पदक जीतेंगी। उन्हें भविष्य के लिए हमारी शुभकामनाएं और उम्मीदें जुड़ी हैं।